- विवि ने परीक्षा समिति की बैठक में लिया निर्णय
- एमबीबीएस के प्रश्नपत्र में पाठ्यक्रम से बाहर आए प्रश्नों के छात्रों को मिलेंगे अंक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बीबीए, एमबीबीए, एमकॉम जैसे विषयों की परीक्षा के दौरान छात्र-छात्राओं को गणित के सवालों को हल करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था, जिसकों ध्यान में रखते हुए विवि की ओर से अब इन विषयों से संबंधित छात्र-छात्राओं को कैलकुलेटर का प्रयोग करने की अनुमति प्रदान कर दी गई है।
बता दें कि मंगलवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में परीक्षा समिति की एक बैठक आयोजित की गई।
जिसमें निम्न बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला की अध्यक्षता में कई बिंदुओं पर निर्णय लिए गए। छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए कहा गया कि अब से बीकॉम, एमकॉम, बीबीए, एमबीए की परीक्षा में परीक्षार्थी सामान्य कैलकुलेटर लेकर सम्मलित हो सकेंगे।
वहीं एमबीबीएस एवं वैदिक गणित के विभिन्न विषयों के प्रश्न पत्र पाठ्यक्रम से बाहर की शिकायत छात्रों द्वारा की गई थी, जिसमें परीक्षा समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि प्रश्नपत्र में जितने अंक के प्रश्न पाठ्यक्रम के बाहर से है पूर्णाक में से वह अंक कम करते हुए प्राप्तांक से भाग कर 100 से गुणा करने के बाद जो परिणाम प्राप्त होगा वह अंक मान्य होगा अर्थात उदाहरण के तौर पर यदि कोई छात्र 100 अंक के प्रश्न का प्रश्न पत्र देता हैं,
जिसमें उसे 50 अंक प्राप्त होते है तथा पांच अंक के प्रश्न पाठ्यक्रम के बाहर से है तय किए गए फार्मूले के अनुसार नंबर प्रदान किए जाएंगे। बैठक में कुलसचिव धीरेंद्र कुमार, परीक्षा नियंत्रक डा. अश्विनी कुमार, प्रो. मृदुला गुप्ता, प्रो. हरे कृष्णा आदि मौजूद रहे।
एडेड कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया तेज अन्य में धीमी
मेरठ: चौधरी चरण सिंह विवि व उससे संबंधित कॉलेजों में यूजी कोर्सो में इस समय प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। प्रवेश की बात करे तो सबसे अधिक प्रवेश एडेड कॉलेजों में बीए, बीकॉम, बीएएसी जैसे विषयों में हो रहे हैं और सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में प्रवेश की रफ्तार अभी धीमी है। अब तक विवि व उससे संबंधित कॉलेजों में 23 हजार 452 प्रवेश हो चुके है।
मंगलवार की बात करे तो प्रवेश की संख्या 13165 रही। कॉलेजों के प्रवेश की बात करे तो डीएन कॉलेज बीकॉम 399, एनएएस कॉलेज बीए 559, बीकॉम 399, बीएएसी बॉयो 80 और बीएएसी मैथ में 160 प्रवेश हुए हैं। वहीं आरजी कॉलेज में 1037 यानि की बीए में सबसे ज्यादा प्रवेश हुए हैं।