- हर अनुभाग में चल रहा भ्रष्टाचार का महाखेल
- निशांत सिनेमा में अवैध निर्माण का कार्य पूरा
- नहीं ली किसी ने सुध, कैंट अधिकारी बने अनजान
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अवैध निर्माण में भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई लगातार कैंट बोर्ड अफसरों पर शिकंजा कस रही हैं, लेकिन फिर भी कैंट बोर्ड के अफसरों को खौफ नहीं हैं। यही वजह है कि कैंट अफसरों ने निशांत सिनेमा जिस स्थान पर चलता था, वहां पर उस स्थल को मॉडिफाइड कर दिया गया हैं। निर्माण भी हुआ हैं। इसे देखने के लिए कैंट बोर्ड के सीईओ ज्योति कुमार भी मौके पर पहुंचे, लेकिन निर्माण फिर भी नहीं रुका और एक तरह से निर्माण फाइनल कर दिया गया।
सीबीआई की टीम ने हाल ही में कैंट बोर्ड में छापेमारी कर सेनेट्री इंस्पेक्टर योगेश यादव को गिरफ्तार करके ले गई थी तथा सेनेट्री इंस्पेक्टर अभिषेक गंगवार को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही हैं। फिलहाल अभिषेक गंगवार भूमिगत चल रहे हैं। कैंट बोर्ड से छुट्टी लेकर गंगवार दीपावली पर अपने पैतृक गांव गए थे, जो वापस नहीं लौटे। इसके बाद से अभिषेक के खिलाफ कैंट बोर्ड अफसरों ने निलंबन की कार्रवाई भी शुरू कर दी हैं।
इससे पहले भी कैंट बोर्ड में सीबीआई ने छापेमारी की थी, जिसमें भर्ती करने के नाम पर घूस वसूली की जा रही थी। हालांकि उसमें भी छोटा कर्मचारी ही फंस गया था। ये पूरा खेल बड़े स्तर से चल रहा हैं, लेकिन आला अफसर सीबीआई के शिकंजे में नहीं फंस रहे हैं। कौन हैं, इस पूरे भ्रष्टाचार के पीछे? जो अवैध निर्माण भी कैंट क्षेत्र में ताबड़तोड़ करा रहे हैं और हर अनुभाग में भ्रष्टाचार चल रहा हैं। सीबीआई की छापेमारी से भी कैंट बोर्ड के अफसरों और कर्मचारियों में खौफ नहीं दिख रहा हैं, तभी तो भ्रष्टाचार का नमूना निशांत सिनेमा तोड़फोड़ कर मोडीफाइड कर दिया गया हैं।
दरअसल, सिनेमा का जो रूवरूप था, वो कैसे बदल दिया। इसकी अनुमति तक नहीं ली गई। फिर कैंट अफसरों ने इसमें कार्रवाई क्यों नहीं की? ये भी बड़ा सवाल हैं। इसमें भी अवैध निर्माण पर अफसर चुप ही बने रहे। बीसी लाइन में कोठी नंबर 152 बनकर तैयार हो गयी हैं। जो पुराना मानचित्र था, उसके विपरीत नए तरीके से बिल्डिंग का निर्माण कर दिया गया। इसे पहले गिरा दिया गया था, फिर निर्माण कैसे होने दिया? इसमें भी भ्रष्टाचार हुआ। सीबीआई की तमाम निगाहें कैंट क्षेत्र के अवैध निर्माणों में हो रहे भ्रष्टाचार पर टिकी हैं, फिर भी कार्रवाई क्यों नहीं हो रही हैं, ये बड़ा सवाल हैं।
सर्कुलर रोड स्थित व्हाइट हाउस के बराबर में एक बड़ा निर्माण हुआ। इस बिल्डिंग का पूरा लिंटर फिर से नये सिरे से डाल दिया गया। इसमें भी कोई कार्रवाई कैंट बोर्ड अफसरों ने नहीं की। ‘जनवाणी’ ने जब इसका अवैध निर्माण आरंभ किया, तभी से समाचार प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया जा रहा हैं, लेकिन इसमें कैंट बोर्ड के इंजीनियरों की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही हैं। इससे स्पष्ट है कि अवैध निर्माण को लेकर बड़ा भ्रष्टाचार हुआ हैं, जिसके चलते बोर्ड के इंजीनियर चुप्पी साधे हुए हैं। कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही हैं, इसको लेकर भी इंजीनियरों की भूमिका पर अंगुली उठ रही हैं।