- फोरेंसिक और फील्ड यूनिट ने मौके से एकत्र किये तमाम साक्ष्य
- घटनास्थल के आसपास लोगों से पुलिस को मिली अहम जानकारी
- गंभीर घायल सुहैल समेत तीन को किया दिल्ली रेफर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लिसाड़ीगेट थानांतर्गम समर गार्डन 60 फुटा रोड पर जिस इंतजार के मकान में विस्फोट से एक महिला की मौत और सात लोग घायल हुए थे, उस मामले में फोरेंसिक टीम और फील्ड यूनिट को विस्फोटक के तमाम साक्ष्य मिले हैं। टीम ने साफ कर दिया है कि सिलेंडर फटने से धमाका तो हो सकता है लेकिन जिस तरह की तबाही सामने आई है वो संभव नहीं है।
लिसाड़ीगेट के समरगार्डन चौकी प्रभारी ने बागपत निवासी मुस्तकीम, यूनुस, याकूब व एक अन्य समेत चार भाइयों के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं, हादसे में घायल सुहैल को हालत गंभीर होने पर दिल्ली रेफर कर दिया गया है। थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र अंतर्गत समर गार्डन कॉलोनी में 60 फुटा रोड पर इंतजार नामक व्यक्ति के लगभग 100 गज में बने हुए मकान में जिसमें उसका परिवार रहता था, सिलेंडर में विस्फोट होने की सूचना आसपास के लोगों ने पुलिस को दी थी।
जिसमें बताया गया था कि आसपास के कई मकानों में विस्फोट से दीवार तथा शीशों को नुकसान पहुंचा है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आठ लोगों को मलबे से निकाला गया। जिसमें से एक शमीमा पुत्री इंतजार उम्र 33 वर्ष की मृत्यु हो गई थी। शमीमा अपने बच्चों के साथ औरंगाबाद स्थित ससुराल से मायके आई हुई थी। इनके अलावा सात अन्य लोगों को सुरक्षित निकाल गया था। जिसमें से एक आर्यन जो मेडिकल कॉलेज में भर्ती है तथा सोहेल जिसे हालत गंभीर होने के कारण दिल्ली रेफर किया गया है।
शेष पांच लोगों का इलाज मेडिकल कालेज में चल रहा है। अधिकांश घायल व्यक्ति इसी परिवार के सदस्य हैं। स्थानीय लोगों द्वारा बार-बार यह आशंका व्यक्त की जा रही थी कि यह घटना केवल सिलेंडर फटने मात्र से नहीं हुई। पुलिस की फील्ड यूनिट की स्थलीय जांच में भी घर में आतिशबाजी बनाए जाने के प्राथमिक प्रमाण प्राप्त हुए हैं। धारा 304 आईपीसी तथा विस्फोटक अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत मुस्तकीम निवासी बागपत समेत तमाम अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अपुष्ट रूप से ज्ञात हुआ है कि एक व्यक्ति इंतजार के एक निकट संबंधी मुस्तकीम के द्वारा अवैध रूप से इस घर में आतिशबाजी आदि बनाई जा रही थी।