- डर के कारण अभिभावक नहीं दे रहे सहमति पत्र स्कूल प्रबंधक चितिंत
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मार्च माह से बंद स्कूल शासन की गाइडलाइन जारी होने के बाद भले ही खोल दिए गए हैं, लेकिन सीबीएसई स्कूलों में अभी तक संख्या नहीं पड़ पा रही है। बता दें कि शासन के आदेशानुसार कोविड-19 के चलते अभी केवल कक्षा नौवीं से 12वीं तक के स्कूलों ही खोला गया है। स्कूल खुले पांच दिन होने जा रहे हैं, लेकिन स्कूल में छात्र संख्या नहीं बढ़ पा रही हैं, जिसकी वजह से स्कूल प्रबंधक काफी चिंतित है। इस संबंध में जब स्कूल प्रधानाचार्यों से वार्ता की गई तो उन्होंने कुछ इस प्रकार कहा।
मेरठ सिटी पब्लिक स्कूल डॉयरेक्टर राहुल केसरवानी का कहना है कि जिस तरह कोरोना के चलते लगा लॉकडाउन हटा था और लोगों ने उसके बाद धीरे-धीरे घर से बाहर निकलना शुरु किया था। उसी प्रकार अभिभावकों को भी अभी अपने बच्चोें को स्कूल भेजने में समय लगेगा,लेकिन धीरे-धीरे संख्या बढ़ रही है। अभिभावक भी बच्चों की पढ़ाई को लेकर चितिंत है।
गार्गी स्कूल वाइस प्रिसिंपल डॉ. वागमिता का कहना है कि 10वीं में पहली दिन संख्या ठीक रही थी, लेकिन दो दिन बाद संख्या कम हो गई। अभिभावकों से वार्ता करने के बाद पता चला कि बच्चे बीमार है। अगर संख्या नहीं बढेÞगी तो थोड़ा मुश्किल होगा।
एमपीएस शास्त्रीनगर प्रधानाचार्या सपना आहुजा का कहना कि स्कूल खुले अभी केवल दो दिन ही हुए हैं। बच्चों की संख्या तो अभी कम ही हैं, लेकिन सोमवार के बाद संख्या का पता चलेगा। अभिभावकों के सहमति पत्र आ रहे है। जिसके बाद धीरे-धीरे संख्या बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।
दीवान पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य असीम कुमार दुबे का कहना है कि अभी स्कूल खुले ज्यादा समय नहीं हुआ है। इसलिए संख्या भी धीरे-धीरे ही बढ़ेगी। उम्मीद की जा रही है कि दशहरे की छुट्टियों के बाद संख्या बढ़ जाए। वहीं उन्होंने का कि आनलाइन कक्षाओं के माध्यम से 10वीं और 12वीं का अधिकांश सिलेबस पूरा करा दिया गया है। कुछ ही चीजें बची हैं, जिन्हें पूरा कराया जा रहा है।