- एनएच-58 पर ही दर्जन भर ऐसी कॉलोनी हैं, जहां पर मिट्टी का व्यापक स्तर पर कर दिया गया भराव
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: व्यवसायिक कार्य के लिए मिट्टी खनन की अनुमति एक भी नहीं, फिर भी अवैध कॉलोनियों में कहां से मिट्टी आ रही हैं? एनएच-58 पर ही दर्जन भर ऐसी कॉलोनी हैं, जहां पर मिट्टी का व्यापक स्तर पर भराव कर दिया गया हैं। खनन अधिकारी मानते है कि अवैध खनन नहीं हो रहा हैं, सिर्फ घर निर्माण के लिए खनन की अनुमति ली जा रही हैं। बड़ा सवाल ये है कि अवैध कॉलोनी जो भी विकसित हो रही हैं, उनमें मिट्टी खनन होने के बाद कहां से आ रही हैं? इसमें एक-दो डंपर नहीं, बल्कि लाखों डंपर मिट्टी डाली जा रही हैं। मिट्टी खनन के भ्रष्टाचार में खनन अधिकारी ही नहीं, बल्कि इसमें पुलिस भी संलिप्त हैं।
क्योंकि कई थानों की सीमाओं को लांघते हुए ये मिट्टी से भरे डंपर ग्रामीण क्षेत्र से रातभर शहर में एंट्री करते हैं। इनको कहीं भी रोका-टोका नहीं जा रहा हैं। इसकी ‘जनवाणी’ के पास वीडियो भी मौजूद हैं। रात-भर खनन का कार्य किस तरह से चल रहा हैं। ‘जनवाणी’ मिट्टी खनन को लेकर लगातर प्रहार कर रहा हैं, लेकिन इसके बावजूद खनन अधिकारी ने आंखें बंद कर रखी हैं। ऐसा तब है, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिट्टी खनन को लेकर गंभीर हैं। कई खनन अधिकारियों को सीएम निलंबित भी कर चुके हैं। फिर भी अधिकारियों में खौफ नहीं दिख रहा हैं।
गढ़ रोड पर रातभर खनन का व्यापक स्तर पर काम चल रहा हैं। हापुड़ रोड पर पीपली खेड़ा गांव हैं, जहां पर व्यापक स्तर पर मिट्टी खनन का कार्य चल रहा हैं। रात के अंधेरे में खनन का स्याह कारोबार चल रहा हैं। इसे कौन रोकेगा? खनन अधिकारी की इसे रोकने के लिए विशेष ड्यूटी लगाई गयी हैं, लेकिन यहां मिट्टी खनन रुक ही नहीं रहा। छोटे-छोटे किसानों पर जुर्माना लगा दिया जाता हैं।
कहीं पर भैंसा-बुग्गी मिलती है तो उसका चालान कर दिया जाता हैं, लेकिन जो डंपर सड़कों पर दौड़ रहे हैं, उनको नहीं रोका जा रहा हैं। पीपली खेड़ा गांव के जंगल से मिट्टी खनन का लोग विरोध कर चुके हैं। इसकी शिकायत डीएम दीपक मीणा तक पहुंची थी। इसके बाद यहां मिट्टी खनन बंद भी हो गया था, लेकिन वर्तमान में फिर से मिट्टी खनन व्यापक स्तर पर चालू कर दिया गया हैं। किसान ने अनुमति दो मीटर मिट्टी उठाने की ली हैं, लेकिन मौके पर 15 फीट गहरे गड्ढे बना दिये गए हैं।
सीएम को लिखेंगे चिट्ठी: अमित अग्रवाल
भाजपा के कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने कहा कि मिट्टी खनन में भ्रष्टाचार की बात सामने आ रही हैं। उनके पास खनन अधिकारी की पहले भी शिकायत आ चुकी हैं। खनन अधिकारी के खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ को चिठ्ठी लिखी जाएगी, ताकि मिट्टी खनन में संलिप्त अफसरों के खिलाफ संज्ञान लेकर कार्रवाई की जाए।
फिर खनन अधिकारी ने प्राइवेट लोगों और रिश्तेदारों को भी वसूली में लगा रखा हैं। इसकी भी शिकायत की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टोलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं, ऐसे में सरकारी सिस्टम को भी भ्रष्टाचार मुक्त सिस्टम देना होगा।
मिट्टी खनन के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन
भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) ने गुरुवार को डीएम आॅफिस पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि दो दर्जन से ज्यादा गांवों में मिट्टी का अवैध खनन हो रहा हैं। इसमें खनन अधिकारी की संलिप्तता हैं। पहले भी इसकी शिकायत की गई थी, लेकिन इसके बाद भी इसमें मिट्टी खनन माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई हैं। छह मीटर खनन होने से किसानों और सड़कों का भारी नुकसान हो रहा हैं। अनुमति एक से दो मीटर की ली जाती हैं, लेकिन खनन छह मीटर गहरा कर दिया जाता हैं।
जेसीबी मशीन से खुदाई की जाती हैं। मिट्टी खनन के मामले में खनन अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग किसानों ने की हैं। डीएम की गैर मौजूदगी में एडीएम को ज्ञापन दिया गया। प्रदर्शन करने वालों में विनोद जटौली, विपिन कुमार, कुंवरपाल सिंह, संजय राज, अंकित चौधरी, आकाश सिरोही, सचिन लोहया, आसिफ, मंगू प्रधान, हिटलर, लवकुश, परिवन्द्र सिंह, अमर वीर सिंह, सतीश चमन, फैजाब, राजू, कूडेÞ, कृष्णपाल, मुनिंदर अफसर, दीपक, जतिन आदि शामिल रहे।