जनवाणी ब्यूरो |
वाराणसी: अपनी 73 साल की बूढ़ी मां को बजाज चेतक स्कूटर से लेकर 62000 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर वाराणसी पहुंचे। दक्षिणामूर्ति कृष्ण कुमार उनकी माता चूड़ा रत्नम का नागरिक अभिनंदन तुलसी घाट के तुलसी मंदिर में अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के महान प्रोफ़ेसर विशंभर नाथ मिश्र ने किया।
कलयुग के श्रवण कुमार जो अपनी मां को भारतवर्ष के मंदिरों में दर्शन पूजन कराने के उद्देश्य लेकर 2020 में कर्नाटक के मैसूर से सितंबर में यात्रा शुरू की और पहले चरण में देश के सभी भागों भूटान, नेपाल, अरुणाचल प्रदेश, मय्मार आदि प्रदेशों में भ्रमण करने बाद चित्रकूट होते हुए रविवार को बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी पहुंचे।
वाराणसी पहुंचने पर सोमवार को तुलसी घाट पर उनका नागरिक अभिनंदन किया गया। महंत प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्र ने उनका माल्यार्पण कर अंगवस्त्रम कर स्वागत किया।
इस अवसर पर प्रोफ़ेसर विशंभर नाथ मिश्र ने कहा कि मां के लिए समर्पित ऐसे पुत्र का नागरिक अभिनंदन होना ही चाहिए। इससे समाज में एक अच्छा संदेश जाएगा और आज की युवा पीढ़ी भी अपने मां-बाप की इसी तरह से सेवा करेगी वही दक्षिणामूर्ति कृष्ण कुमार ने बताया कि वह अपने पिता द्वारा उपहार में मिली बजाज चेतक स्कूटर पर अपनी मां को बैठा कर भारत के विभिन्न मंदिरों का दर्शन पूजन करा रहे हैं।उनकी यही इच्छा है कि उनकी मां देश के सभी मंदिरों में दर्शन पूजन करें।
कार्यक्रम के संयोजक रामयश मिश्र ने कहा कि कलयुग के श्रवण कुमार का नागरिक अभिनंदन कर आज बहुत ही सुखद एहसास हुआ। कलयुग में तरफ जहां लोग अपने मां-बाप के लिये समय नहीं निकाल पा रहे हैं, वही एक ऐसा पुत्र जो अपनी मां के लिए एक अच्छी खासी नौकरी छोड़कर उन्हें स्कूटर पर बैठाकर भारत भ्रमण पर निकला है ऐसे श्रवण कुमार का आज काशी में स्वागत हुआ।
अभिनंदन समारोह में उपस्थित मानस मर्मज्ञ श्याम सुंदर पांडे, राघवेंद्र पांडे, स्वर्ण प्रताप चतुर्वेदी सत्यांशु जोशी ने भी माल्यार्पण कर मां बेटों का स्वागत किया।
इस अवसर पर हरि नारायण मिश्र, उमेश शर्मा, राजेश मिश्र आदि उपस्थित थे कार्यक्रम का संयोजन रामयश मिश्र ने किया तथा धन्यवाद श्यामसुंदर पांडे ने किया।