- जहरीली शराब कांड मामले में कांग्रेसियों के तर्क के आगे पुलिस अफसर हुए निरुत्तर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ/जानीखुर्द: जहरीली शराबकांड के चलते गरीब गांव वालों की मौत के कुसूरवारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पैदल मार्च निकाल रहे कांग्रेसियों की पुलिस से जमकर धक्का-मुक्की हुई। कांग्रेसी गिरफ्तारी पर पड़ गए। कोरोना संक्रमण की चपेट में कई अफसरों के आने का वास्ता देकर पुलिस वालों ने किसी तरह कांग्रेसियों को कमिश्नरी तक पैदल मार्च न निकालने के लिए मनाया।
हालांकि इससे पहले जानी के मीरपुर जखेड़ा गांव में कांग्रेसियों ने खूब हंगामा किया। सोमवार को जिला कांग्रेस अध्यक्ष अवनीश काजला के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेसी दिन निकलते ही मीरपुर जखेड़ा में जमा होने शुरू हो गए। गांव वालों ने भी कांग्रेसियों को हाथों हाथ लिया।
संगठन के प्रदेश महामंत्री व प्रभारी वीरेन्द्र गुड्डू भी वहां पहुंच गए। मृतकों के परिजनों से मिले। जहरीली शराब के खिलाफ पूरे गांव में जुलूस निकाला। सरकार के विरोधी नारेबाजी की गयी। बड़ी संख्या में कांग्रेसियों के जमा होने की सूचना मिलते ही वहां कई थानों की पुलिस पहुंचनी शुरू हो गयी।
पुलिस वालों ने गांव में घेराबंदी कर ली। जैसे ही कांग्रेसी गांव से बाहर निकलने लगे पुलिस ने उन्हें रोक लिया। रोके जाने पर अवनीश काजला, पंडित नवनीत नागर, रोहत राणा, जहांगीर मंसूरी सरीखे कई कांग्रेसी पुलिस से उलझ गए। मामला बढ़ने लगा तो सीओ ब्रह्मपुरी अमित राय ने मोर्चा संभाला।
उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन कई अफसर कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं। हालात बेहद नाजुक हैं। उन्होंने हालात का वास्ता देकर वीरेन्द्र गुड्डू से वार्ता की। कांग्रेसियों ने जहरीली शराब कांड़ के बडेÞ कारोबारियों की गिरफ्तारी में देरी का सवाल किया तो पुलिस अधिकारी चुप हो गए।
उन्होंने सप्ताह भर में गिरफ्तारी का वादा किया। उसके बाद कांग्रेसियों ने वहीं ज्ञापन दे दिया। इस मौके पर पीसीसी व शहर कांग्रेस प्रवक्ता अखिल कौशिक, प्रदेश सेवादल के सचिव रोहित गुर्जर, यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष युगांश राणा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष जाहिद अंसारी, पीसीसी सचिव मोनिंदर सूद वाल्मीकि, कैंट युवक कांग्रेस अध्यक्ष अर्चित गुप्ता, बबीता गुर्जर, राकेश कुशवाह, तेजपाल डाबका, नितीश भारद्वाज, नईम राणा, यासिर सैफी आदि मौजूद रहे।