Tuesday, June 17, 2025
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नहीं थम रहा कोरोना से मौतों का सिलसिला

  • उपचार के दौरान तीन संक्रमितों की मौत 113 नए संक्रमित

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: शासन-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तमाम कोशिशों के बाद भी कोरोना से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को संक्रमण के चलते तीन मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गयी। इसके साथ ही मेरठ में संक्रमण से होने वाली मौतों का आंकड़ा 256 जा पहुंचा है।

स्वास्थ्य विभाग के जिला सर्विलांस अधिकारी डा. प्रशांत कुमार की ओर से जारी कि अपडेट में संक्रमण से तीन मौतों की पुष्टि की गयी है। इसके साथ ही 113 नए संक्रमितों की जानकारी दी गयी है। इनको मिलाकर अब कोरोना की चपेट में आने वाली की संख्या 10712 हो गयी है।

1739 एक्टिव केस हैं तथा 894 संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग अब तक 299477 सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए भेजा चुका है। रविवार को 4173 सैंपल टेस्ट के लिए भेजे गए थे। इनमें से 1353 सैंपल की रिपोर्ट आना अभी बाकि है। रविवार को जारी कोरोना अपडेट में सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात एक ही परिवार के कई सदस्यों का संक्रमित होने का सिलसिला जारी रहना है।

ऐसे परिवारों में छोटा मवाना गोल्डन एवेन्यू निवासी एक ही परिवार के चार सदस्य। ब्रह्मपुरी इंदिरा नगर निवासी परिवार के दो सदस्य। सर छोटू राम अस्थायी जेल दो कैदी। 34 साकेत निवासी एक ही परिवार की दो महिला सदस्य। मंगलपांड नगर निवासी एक परिवार के दो सदस्य।

सुभारती में बने संक्रमण की चेन खत्म होती नजर नहीं आ रही है। श्रद्धानंद भवन में संक्रमण के दो केस मिले हैं। सोतीगंज एक ही परिवार के दो केस। तारापुरी लिसाड़ीगेट दो सदस्य। गली नंबर एक नेहरू नगर एक परिवार के दो सदस्य संक्रमित। सदर दुर्गाबाड़ी में एक परिवार के दो सदस्य संक्रमित।

मवाना रोड के रक्षापुरम और ईशापुरम में भी एक ही परिवार के कई-कई सदस्य संक्रमित पाए गए हैं। ऐसे केस जिन अन्य इलाकों में मिले हैं उनमें गांधी नगर सरधना, सिविल लाइन का विजय नगर इलाका, हापुड़ रोड जाहिदपुर, टीपीनगर बागपत रोड कमलानगर, साबुन गोदाम दिनेश विहार एक ही परिवार के पांच सदस्य संक्रमित पाए गए हैं।

इनकी हुई मौत

संक्रमण के चलते जिनकी मौत हो गयी है उनमें कसेरूखेड़ा ऊंचा मोहल्ला मवाना रोड निवासी 45 वर्षीय पुरुष, शेरपुर इमापुर मेरठ निवासी 65 वर्षीय पुरुष और मिशन कंपाउंड निवासी 63 वर्षीया महिला शामिल हैं।

सरधना में महिला समेत तीन कोरोना पॉजिटिव

क्षेत्र में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को भी एक महिला समेत तीन लोग कोरोना से संक्रमित मिले। जांच रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तीनों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया। साथ ही उसके परिजनों को होम क्वारंटाइन कर दिया। स्वास्थ्य विभाग अब उनके संपर्क में आने वालों की जांच कराने की तैयारी में है।

सरधना में कोरोना केस तेजी से बढ़ रहे हैं। करीब 200 केस अब तक सामने आ चुके हैं। इसके अलावा सात लोगों की कोरोना के चलते जान जा चुकी है। रविवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 113 लोगों की जांच कराई गई। जिसमें सरधना की एक महिला समेत दो लोग पॉजिटिव निकले।

इसके अलावा सकौती गांव का एक व्यक्ति भी संक्रमित पाया गया। जांच रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तीनों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया। साथ ही उनके परिवार को होम क्वारंटाइन करा दिया। इस संबंध में सीएचसी प्रभारी डा. राजेश कुमार का कहना है कि तीनों के संपर्क में आने वाले लोगों की भी जांच कराई जाएगी।

आईएमए की आपत्ति पर वाजपेयी की तीखीं प्रतिक्रिया

आयुर्वेद पद्धति से कोरोना संक्रमण के इलाज के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की आपत्ति पर पूर्व विधायक डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को भेजे गए आईएमए के पत्र को पूर्वाग्रह से प्रेरित बताया है। डा. शिशिर जैन ने भी बतौर आईएमए स्टेट सेक्रेटरी आयुष मंत्रालय के दावे को कठघरे में खड़ा किया है।

इस पूरे मामले पर रविवार को आयुर्वेद के विशेषज्ञ व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इतना ही नहीं उन्होंने आईएमए के पत्र को पूर्वाग्रह से प्रेरित करार दिया है। इसको लेकर एक पत्र भी आईएमए को भेजा है। इस पत्र में आयुष मंत्रालय के डीओ का भी उल्लेख किया गया है जो सभी राज्य सरकारों को बतौर एडवाजरी जारी किया गया था।

उन्होंने बताया कि पंचगव्य से मरीज की सहमति से कोविड इलाज की अनुमति दी गयी है। डा. हितेश जानी की देखरेख में जामनगर व राजकोट में इनका सफलतापूर्वक प्रमाणिक प्रयोग हुआ है। आयुर्वेद के अनुसार कोरोना नाक से फेफडेÞ की बीमारी है। नाक में तेल लगाना, सैंधा नमक के गरारे, भाप लेना, काढ़ा पीना, सूंघनी सूंघना तथा कफ खांसी ज्वर होने पावर उसकी लाक्षणित चिकित्सा के लिए भी कई पर्याप्त औषधियां उपलब्ध हैं। कोरोना का इलाज गरीब से गरीब की रसोई में मौजूद है।

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