रामलीला आयोजन में खुशी, होगा नियमों का पालन
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: रामलीला कराने में अभी आयोजक व कलाकार पीछे हट रहे है, क्योंकि कोरोना नियमों में अभी किसी भी तरह की छूट नहीं दी गयी और यदि प्रशासन बिना कोरोना नियम के रामलीला कराने की अनुमति देता है तो यहां धूमधाम से रामलीला होगी, नहीं तो रामलीला में सिर्फ आरती कर खानापूर्ति की जाएगी।
क्योंकि रोजाना सेनेटाइज कराने, सभी को मास्क लगवाने, सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराने में दिक्कत उठानी पड़ेगी। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रामलीला का आयोजन के लिए अनुमति देने पर खुशी जतायी है।
नियमों में छूट मिली तो होगी रामलीला
रामलीला आयोजक संजय रूहेला ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कदम सराहनीय है, लेकिन यदि प्रशासन ने उन्हें बिना किसी नियम के रामलीला कराने की अनुमति देता है तो वह धूमधाम से रामलीला का आयोजन कराएंगे। कोरोना नियमों के तहत रामलीला कराना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए वह इस बार आयोजन नहीं कराने का विचार कर रहे है।
नियमों का नहीं करता कोई पालन
सुजीत लखेरा ने कहा कि रामलीला को देखने आने वाले दर्शक नियमोें का पालन नहीं करेंगे और यदि उनसे पालन करने का दबाव बनाएंगे तो उनके साथ लड़ना शुरू कर देंगे। इससे अच्छा है कि कोरोना के कारण इस बार रामलीला का आयोजन न हो और मन से भगवान की भक्ति करते रहे।
रोजाना होगी रामलीला पंडाल में आरती
महेश जोंटी ने कहा कि बाजार में रामलीला पंडाल लगाया जाएगा, लेकिन वहां सिर्फ रोजाना शाम को आरती की जाएगी। साथ ही भगवान के भजन चलेंगे। यदि प्रशासन ने उनको अनुमति देता है तो वह रामलीला कराने से पीछे नहीं हटेंगे और अभी कई दिन शेष है। जैसा समिति चाहेगा वैसा ही किया जाएगा।
रोजाना नहीं हो सकता रामलीला पंडाल सेनेटाइज
आशीष रूहेला ने कहा कि रोजाना रामलीला पंडाल सेनेटाइज नहीं किया जा सकता है, क्योंकि इससे काफी खर्चा होगा। इतना ही नहीं यदि वहां कोरोना फैलता है तो आयोजक को इसका जिम्मेदार माना जाएगा। जिसकी कार्रवाई उनपर ही होगी। अब प्रशासन पर निर्भर करता है कि वह नियमों में छूट देता है या नहीं।