- अभी तक डीडीओ का चार्ज किसी को नहीं सौंपा
- कर्मचारियों की सेलरी पर गहराया संकट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: विकास भवन में डीडीओ प्रकरण में अभी तक यहां कोई हल निकलकर सामने नहीं आया है। 14 तारीख को भी डीडीओ के केस को कोर्ट में नहीं सुना गया अब किसी ओर दिन की तारीख इसमें दी जायेगी। उधर, यहां डीडीओ के पद पर किसी के न होने के कारण त्योहार के मौके पर कर्मचारियों की सेलरी पर संकट बना हुआ है। अभी तक प्रशासन की ओर से यहां किसी ओर की नियुक्ति नहीं की गई है जिस कारण कर्मचारी परेशान हैं।
मेरठ में डीडीओ रहे दिग्विजय नाथ तिवारी पिछले काफी समय से भ्रष्टाचार के आरोपों में लखनऊ जेल में है। उनकी ओर से इस मामले में लखनऊ कोर्ट में याचिका भी दायर की गई थी। जिसमें 14 तारीख को उनकी सुनवाई होनी थी, लेकिन 14 तारीख को भी उनका केस कोर्ट में नहीं लग सका। जिस कारण केस को नहीं सुना गया। अब इसमें आगे कोई तारीख दी जायेगी, लेकिन यहां मेरठ में अभी तक जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। यहां उनके स्थान पर पीडी को जिला विकास अधिकारी का चार्ज सौंप रखा है, लेकिन लिखित रूप में उन्हें कोई आदेश नहीं दिया गया है। जिस कारण यहां समस्याएं उत्पन्न हो रही है।
अभी तक नहीं किया सस्पेंड
डीडीओ यहां से दो दिन की छुट्टी लेकर गये थे, लेकिन उसके बाद वह वापस नहीं लौटे। उसके बाद उनके लखनऊ जेल में जाने की सूचना मिलने लगी। यहां जिला प्रशासन को भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं थी। बाद में सभी को यह जानकारी प्राप्त हुई, लेकिन अभी तक मुख्यालय से उनका निलंबन नहीं किया गया है और उनके स्थान पर किसी अन्य को जिम्मेदारी भी नहीं सौंपी गई है। जिस कारण यहां कर्मचारी भी परेशान हैं।
नहीं मिली कर्मचारियों को फरवरी की सेलरी
जिला विकास अधिकारी के हस्ताक्षर के बाद ही यहां विकास भवन के कर्मचारियों को तख्वाह जारी की जाती है, लेकिन अभी तक यहां विकास भवन के कर्मचारियों को फरवरी माह का वेतन नहीं मिल पा रहा है। त्योहार का समय है और अभी तक कर्मचारी बिना वेतन हैं। जिस कारण उनकी समस्याएं बढ़ती जा रही है। उधर, अभी तक यहां किसी अन्य अधिकारी को डीडीओ का चार्ज नहीं दिया गया है। सूत्रों की मानें तो जिलाधिकारी ने सीडीओ से इस संबंध में वार्ता की। आज या कल में किसी अन्य अधिकारी को चार्ज दिया जा सकता है।