- सरकार का दिसंबर में समस्त भुगतान का वादा रहेगा झूठा, जिलाधिकारी ने की सत्र 2021-22 के भुगतान की समीक्षा
- मिलों को ईटीपी प्लांटस पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश
जनवाणी संवाददाता |
शामली: सोमवार को कलक्ट्रेट स्थित सभागार में जिलाधिकारी जसजीत कौर ने जनपद की शामली, ऊन व थानाभवन चीनी मिलों के प्रतिनिधि के साथ मीटिंग में पेराई सत्र 2021-22 के बकाया गन्ना भुगतान की समीक्षा की। इस दौरान जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि शामली चीनी मिल ने 374.65 करोड़ के सापेक्ष 249.29 करोड़ का गन्ना भुगतान किया है। इसी तरह ऊन चीनी मिल ने 337 करोड़ के सापेक्षा 314.17 करोड़ एवं थानाभवन मिल ने 439.99 करोड़ के सापेक्ष 342.55 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान किया है। इस तरह शामली मिल पर 125.38 करोड़, ऊन पर 22.82 तथा थानाभवन चीनी मिल पर 97.43 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान है।
इस पर जिलाधिकारी जसजीत कौर ने पेराई सत्र 2021-22 के भुगतान की स्थित को देखकर द्वारा कड़ा रोष प्रकट किया गया है जिसके उपरांत चीनी मिल ऊ न द्वारा अवगत कराया गया है कि उनके द्वारा माह दिसम्बर में पेराई सत्र 2021-22 का समस्त अवशेष देय का भुगतान कर दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने थानाभवन एवं शामली को पेराई सत्र 2021-22 के अवशेष गन्ना मूल्य का भुगतान यथाशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। पेराई सत्र 2022-23 में 26 दिसंबर तक चीनी मिल शामली ने 25़ 40 लाख कुंतल, ऊन चीनी मिल ने 29़ 52 लाख कुंतल तथा थानाभवन मिल द्वारा 45़ 59 लाख कुंतल गन्ने की पेराई गई है।
जिलाधिकारी ने चीनी मिलों के प्रतिनिधियों कों निर्देश दिए कि यदि उनके क्षेत्र में कोई अवैध गन्ना खरीद की घटना संज्ञान में आती है तो वे तत्काल संबंधित सचिव व ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक को अवगत कराते हुए कार्यवाही सुनिश्चित करें। साथ ही, जिला गन्ना अधिकारी को अवगत कराये। जिलाधिकारी द्वारा चीनी मिलों में प्रदूषण रोकथाम हेतु स्थापित ईटीपी प्लांटस पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित कर उक्त कैमरों का यूआरएल लिंक उपलब्ध कराने के लिए चीनी मिलो का निर्देश दिए।