Monday, July 1, 2024
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अफसरों की शह पर हो रहा डग्गामार बसों का संचालन

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  • रोडवेज के रंग में रंगी अधिकांश डग्गामार बसें, धोखा खा रहे यात्री
  • चेकिंग दस्ता निभा रहा डग्गामार बसों के संचालन में अहम् भूमिका

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: शहर से दिल्ली, मुजफ्फरनगर, बागपत, बिजनौर एवं मुरादाबाद आदि मार्गों पर भारी संख्या में बेलगाम दौड़ रही डग्गामार बसें न केवल यात्रियों के जीवन से खिलवाड़ कर रही है, बल्कि परिवहन निगम को भी भारी झटका दे रही है। परिवहन निगम के कुछ अधिकारियों के आशीर्वाद से डग्गामार बसों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। अधिकांश डग्गामार बसों के संचालकों ने अपनी बसों का रंग हूबहू रोडवेज बसों के जैसा ही करा रखा है। जिसके चलते भ्रम में यात्री रोडवेज की बजाय डग्गामार बसों में बैठ जाते हैं।

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उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम को उनके ही अधिकारी चूना लगाने पर अमादा हैं। मेरठ क्षेत्र के रोडवेज अधिकारियों की मिली भगत से शहर से दिल्ली, मुजफ्फरनगर, बागपत, बिजनौर व मुरादाबाद आदि मार्गों पर भारी संख्या में डग्गामार बसों का अवैध रूप से संचानल किया जा रहा है। डग्गामार बस संचालकों ने रोडवेज अधिकारियों की शह पर अपनी बसों का रंग हूबहू रोडवेज बसों के जैसा ही करा रखा है।

कु छ बसों पर उत्तर प्रदेश तो कुछ बसों पर उत्तर प्रदेश परिवार लिखवा रखा है। रोडवेज बस होने के भ्रम में यात्री उक्त डग्गामार बसों में बैठ जाते हैं। बतायाा जा रहा कि उक्त डग्गामार बसों के संचालन में रोडवेज बसों का चेकिंग दस्ता अहम् भूमिका निभा रहा है। जो रोडवेज बसों की चेकिंग के दौरान डग्गामार बसों से वसूली करता है। डग्गामार बसों के संचालन से उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि मेरठ क्षेत्र में सैकड़ों डग्गामार बसों का अवैध संचालन किया जा रहा है।

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अवैध बसों के संचालन से रोडवेज को सालाना करीब करोड़ों रुपये का नुकसान झेलना पड़ रहा है। उधर, डग्गामार बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों के जीवन से भी खिलवाड़ किया जा रहा है। चालक द्वारा तेजी एवं लापरवाही से बसें चलाई जा रही हैं। अधिकांश चालक नशे की हालत में बस चला रहे हैं, उक्त डग्गामार बसों में यात्रियों के लिए कोई वैध टिकट भी नहीं है। दुर्घटना बीमा जैसी सुविधाएं भी डग्गामार बसों में यात्रियों को नहीं मिल पाती है। सेवा प्रबंधक लोकेश राजपूत का कहना है कि इस संबंध में आरटीओ से मिलकर डग्गामार बसों पर कार्रवाई कराई गई थी। कुछ गाड़ियों को भी बंद कराया गया था। अन्य स्टाफ के साथ मिलकर डग्गामार बसों की धरपकड़ की जाती थी।

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