- सड़कों पर पुलिस खामोश, बेटियां खुद उठा रही कदम, शहर में रोज हो रही छेड़छाड़
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर में शोहदे बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा कोई दिन नहीं जा रहा जब सड़कों पर अकेले जा रही बेटियों को छेड़ा न जा रहा हो। पुलिस सड़कों पर मूकदर्शक बनी खड़ी रहती है। जब छेड़खानी के बाद पिटाई के वीडियो वायरल होते हैं तब पुलिस सक्रिय होती है।
एक सप्ताह में छेड़खानी की लगातार बढ़ रही घटनाओं ने प्रदेश सरकार के उन दावों की पोल खोल दी जिसमें छेड़खानी के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की बात की गई थी।
सदर चौक बाजार में दो शोहदे एक छात्रा को रोक कर उससे मोबाइल नंबर मांगने लगा जब छात्रा ने मना किया तो उसने अपने साथी के साथ मिलकर छेड़खानी शुरु कर दी। इस पर छात्रा ने चंडी का रुप धारण कर लिया और डंडे से मनचले की पिटाई शुरु कर दी। तभी वहां पर खड़े लोगों ने वीडियो बनानी शुरु कर दी।
थोड़ी देर में पुलिस आ गई और मनचले को पकड़ कर ले गई। जब वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस अधिकारियों ने खानापूर्ति शुरु कर दी। इसी तरह सहकारी बैंक चौपले पर बाइक सवार दो युवक एक छात्रा को रोकते हैं और उसको एक थप्पड़ मार दिया। यह देखकर वहां मौजूद लोगों ने एक युवक को पकड़ कर पीटना शुरु कर दिया।
तभी दूसरा युवक निकल कर भागने में सफल हो गया। इस बीच पुलिस पहुंच गई और युवक को पकड़कर लालकुर्ती थाने ले आई। गढ़ रोड पर मार्केटिंग करने जा रही थी तभी बाइक सवार बदमाशों ने छेड़खानी की। इस पर युवती ने एक मनचले को पीट दिया।
मनचलों पर पुलिस का आतंक होना चाहिये लेकिन मनचले पूरी तरह से बेखौफ हो चुके हैं। यही कारण है कि जो बहादुर बेटियां हैं वो तो मनचलों की पिटाई कर देती है बाकी लोग पुलिस के भरोसे रह जाती है। यह हाल तब है जब कालेजों के बाहर पुलिस की जीप खड़ी रहती है और हर चौराहे पर पीआरवी की गाड़ियां घूमती देखी जा सकती है।
लालकुर्ती पैठ बाजार में आए दिन शोहदों से परेशान होकर बेटियां और महिलायें पुलिस से गुहार लगाती रहती है। यही हाल हापुड़ अड्डा स्थित भगत सिंह मार्केट और सेंट्रल मार्केट में आए दिन देखा जा सकता है। वहीं, इस संबंध में एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि मनचलों के साथ सख्ती की जाएगी।
अगर किसी बेटी को शोहदा परेशान कर रहा है तो वो सीधे कंट्रोल रुम को फोन मिलाये और पुलिस की मदद ले। सभी थानेदारों को इस बाबत निर्देश दिये गए हैं छेड़खानी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जाए।