- जेल में बंद अनिल बालियान निकला शातिर बदमाश
- मुन्ना बजरंगी के शूटर राजेश पांडेय ने दिलवाई थी एके-47
- सुशील मूंछ और संजीव जीवा से निकटता थी
- सुनील राठी की मां के चुनाव में किया था प्रचार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जो लोग डीन राजबीर सिंह पर हमला करवाने वाले अनिल बालियान को सिर्फ प्रापर्टी डीलर समझ रहे थे वो उनकी गलतफहमी थी। अनिल बालियान एक शातिर किस्म का बदमाश था और उसके सुशील मूंछ, संजीव जीवा, मुन्ना बजरंगी और उधम सिंह जैसे शातिर लोगों से खास संबंध थे।
डीन राजबीर सिंह पर जिस एके-47 से हमला करवाना चाह रहा था वो उसे संजीव जीवा ने बारह लाख रुपये में दिलवाई थी। इसने सुनील राठी की मां के चुनाव में प्रचार भी किया था। जेल में बंद अनिल बालियान के खिलाफ पुलिस धाराएं बढ़ाने जा रही है।
एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि अनिल बालियान छुपा रुस्तम निकला और उसने प्रोफेसर राजबीर सिंह पर जानलेवा हमला करवाने के लिये एके-47 का प्रयोग करने का मन बना लिया था। ऐन वक्त पर उसने इरादा बदल लिया था। बताया कि अनिल बालियान ने थाना भवन में पकड़े गए अनिल उर्फ पिंटू से कहा था कि आरती भटेले को डीन बनाने के लिये डीन राजबीर सिंह की हत्या करानी जरुरी है।
इसके लिये एके-47 और कारतूस लेकर आया था। बताया कि 2013 में रोहटा रोड पर कुख्यात बदमाश धर्मेंद्र किरठल के साथी नीरज बामनोली का मर्डर कर दिया गया था । इस हत्याकांड में अनिल वालियान पर मुखबिरी का शक जताया गया था। तभी से धर्मेंद्र किरठल और अनिल बालियान आमने सामने आ गए थे। धर्मेंद्र से बचने के लिए अनिल बालियान ने संजीव जीवा गैंग से हाथ मिलाया।
फैजाबाद जेल में अनिल बालियान ने संजीव जीवा से मिलकर 12 लाख में एके-47 और 1300 कारतूस खरीदें। ताकि धर्मेंद्र किरठल पर हमला करा सके। इसी बीच डीन राजबीर पर हमले के लिए भी अनिल बालियान उर्फ बंजी ने अनिल पिंटू से संपर्क किया था। अनिल उर्फ पिंटू को राजवीर की हत्या करने के लिए एके-47 और 1300 कारतूस दिए गए थे। इसी बीच अनिल का संपर्क आशु चड्डा से हो गया। उसने आशु चड्ढा से राजवीर पर हमला करा दिया।
थानाभवन जाकर एसपी क्राइम अनित कुमार ने अनिल उर्फ पिंटू से पूछताछ की, जिस में सामने आया कि अनिल उर्फ पिंटू अनिल बालियान के भाई सुनील के साथ पढ़ता था। तभी से अनिल बालियान और अनिल उर्फ पिंटू में दोस्ती थी। फिलहाल पुलिस थानाभवन में दर्ज मुकदमे में अनिल बालियान को भी आरोपी बना रही है।