जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोरोना संक्रमण के चलते फैली वैश्विक महामारी का असर इस दीवाली पर भी देखने को मिल रहा है। इसबार घर सजाने से लेकर आतिशबाजी करना काफी महंगा साबित हो सकता है।
रोशनी के त्योहार दीवाली में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं। ऐसे में लोग घर सजाने से लेकर जरूरत की चीजे खरीदने में लग गए हैं, लेकिन सामान को खरीदने के लिए उन्हें पिछले साल से अधिक जेब ढीली करनी पड़ रही है। दीवाली का त्योहार जैसे नजदीक आ रहा है।
वैसे ही बाजार में भीड़ उमड़नी शुरू हो गई हैं, लेकिन लोग हाथ खींच कर खरीदारी कर रहे हैं। क्योंकि हर सामान के दामों में इजाफा देखने को मिल रहा है। सदर, आबूलेन, सेंटल मार्केट, लालकुर्ती, सुभाष बाजार आदि में दीवाली को लेकर दुकाने सज चुकी है।
जिसमें डिजाइनर मोमबत्तियां, लैंप, लड़िया, पर्दे, स्टाइलिश झूमर, सजावटी लक्ष्मी-गणेश, मोतियों की माला और 40 से अधिक वैरायटी के बंधनवार बाजार में मौजूद है। धनतेरस पर बर्तन और सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। मगर इस वर्ष सोने के साथ-साथ चांदी के दाम भी आसमान छू रहे हैं।
वहीं, तांबा, पीतल और स्टील आदि के दामों में भी बढ़ोतरी हो गई है। मंगलसेन बर्तन भंडार के संचालक सचिन ने बताया कि पीतल के दामों में 70 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। जिसकी वजह से बर्तनों के दाम भी बढ़े हैं। वहीं, खाने-पीने के सामान भी महंगे हो गए हैं।
सामानों के दाम
सामान पहले अब
- बॉल लाइट 500 700 से 8000 तक
- मधुमक्खी झालर 100 150 से 200
- फल वाली लाइट 200 250 से 300
- मेटल लाइट 200 250 से 300
- गुजराती झालर 100 150 से 200