Friday, April 19, 2024
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मिड-डे मील पर महंगाई की मार नहीं बढ़ रही कन्वर्जन कास्ट, तय मैन्यू के हिसाब से छात्रों को नहीं मिल रहा मध्याह्न भोजन

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जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: रसोई गैस व खाने-पीने के सामान में इजाफा होने की वजह से जहां लोगों के घर का आम बजट बिगड़ गया है। वहीं, सर्व शिक्षा अभियान के तहत कक्षा एक से आठवीं तक के स्कूलों में मिड-डे मील योजना के तहत वितरित होने वाला मध्याह्न भोजन भी महंगाई की मार झेल रहा है। ऐसे में नौनिहालों को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं और मिड-डे मील मैन्यू के मुताबिक नहीं वितरित किया जा रहा है।

बता दें कि प्रति बच्चा कन्वर्जन कास्ट की पुरानी लागत से मध्याह्न भोजन बनवा रहे गुरुजी महंगाई के चलते अब दोगुनी कीमतों पर खाना बनवाने पर मजबूर है। कोरोना के चलते लंबे समय तक बंद परिषदीय व सहायता प्राप्त स्कूल खुलते ही छात्र-छात्राओं के लिए मिड-डे मील बनना शुरू हो गया था।

मगर कोरोना की वजह से खाद्य पदार्थो व गैस के दामों में काफी इजाफा हुआ और महंगाई बढ़ती चली गई। स्कूलों में खाना बनाने के लिए शासन की ओर से केवल रसोइयों को मानदेय पर रखा गया है। इसके अलावा तेल, गैस, सब्जी, सोयाबीन, दाल व मसालों आदि का प्रबंध प्रधानाध्यक व शिक्षकों को करना होता है।

जिसके लिए शासन की ओर से प्रति बच्चा प्राइमरी स्तर पर 4.97 पैसे व जूनियर स्तर पर 7.45 पैसे भेजे जाते हैं। इसी पैसे से प्रत्येक बुधवार को दूध भी लेना पड़ता है। वहीं, दूसरी ओर टमाटर व प्याज के दाम भी आसमान छू रहे हैं।

विभागीय अधिकारियों की बात करे तो मिड-डे मील निरीक्षण में तो वह गुणवत्ता परखने पर पूरा जोर देते हैं, लेकिन कन्वर्जन कास्ट न बढ़वाने पर कोई जोर नहीं दिया जा रहा है। जिले की बात करें तो 1406 परिषदीय व 910 प्राइमरी स्कूल है।

मिड-डे मील गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल

बेसिक शिक्षा विभाग से संचालित परिषदीय व सहायता प्राप्त स्कूलों में मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए शासन की ओर से वैसे तो निरंतर प्रयास किया जाता रहा हैं, लेकिन कन्वर्जन कास्ट न बढ़ने की वजह से इस वर्ष मिड-डे मील योजना की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि महंगाई के कारण स्कूलों में मैन्यू के मुताबिक छात्र-छात्राओं को भोजन वितरित नहीं किया जा रहा है।

वहीं, सब्जियों में सोयाबीन, आलू आदि नजर नहीं आ रहे हैं। बेसिक शिक्षाधिकारी योेगेंद्र कुमार का कहना है कि शासन की ओर से इस वर्ष कन्वर्जन कास्ट नहीं बढ़ाई गई है। इंतजार किया जा रहा है कि कन्वर्जन कास्ट बढ़े। मिड-डे मील स्कूलों में वितरित किया जा रहा है।

कई वर्षों से लगातार बढ़ाई जा रही थी कन्वर्जन कास्ट

वर्ष प्राइमरी मिडिल स्कूल

  • 2012 2.89 4.33
  • 2013 3.11 4.65
  • 2014 3.34 5.00
  • 2015 3.59 5.38
  • 2016 3.86 5.78
  • 2017 4.13 6.18
  • 2018 4.35 6.59
  • 2019 4.48 6.71
  • 2020 4.79 7.45
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