नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में सोमवार को संयुक्त शिक्षण एवं गैर-शिक्षण मंच-2016 द्वारा नौकरी की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के निकट हाजरा इलाके में हुआ, जहाँ बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने एकत्र होकर टीएमसी सरकार से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे लंबे समय से नियुक्ति की प्रतीक्षा कर रहे हैं और अब उनका धैर्य जवाब दे रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लें और जल्द कोई ठोस कदम उठाएं ताकि वे फिर से स्कूल लौट सकें और अपनी सेवाएं दे सकें।
सीएम से की एक ही मांग
प्रदर्शन कर रहे नौकरी से वंचित शिक्षक ने कहा, “इतनी गर्मी में, दोपहर में हम पिछले 4-5 दिनों से सड़क पर बैठे हैं। हजारों की संख्या में हम लोग एसएससी कार्यालय के सामने बैठे हैं। भीषण गर्मी, बारिश, हम सब कुछ अनदेखा करके सड़क पर बैठे हैं। हमारी मुख्यमंत्री से एक ही मांग है कि हमने कुछ भी गलत नहीं किया है, हमने कोई हत्या नहीं की है, हमने कोई डकैती नहीं की है। हमारा पूरा स्टाफ, हमारी काउंसलिंग, हर एक ओरिजिनल डॉक्यूमेंट, हमारा प्रशंसापत्र, सब कुछ चेक किया गया है, उसके बाद ही हमें नौकरी मिली है और हमने सात साल पूरी ईमानदारी से काम किया है।”
उन्होंने सरकार से ध्यान देने की अपील करते हुए कहा, हम ममता बनर्जी से यही कहना चाहते हैं कि वह कृपा करके हम पर थोड़ा गौर करें। हम चाहते हैं कि हमें पूरे सम्मान के साथ, पूरे वेतन के साथ हमारे स्कूल में वापस भेजा जाए, हमें हमारे स्थान पर भेजा जाए।
मुख्यमंत्री से किया अनुरोध
उत्तर दिनाजपुर जिले के प्रदर्शन कर रहे वंचित शिक्षक ने कहा, “हम 2016 भर्ती के शिक्षक हैं। सात सालों से स्कूल में पढ़ा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 17,206 शिक्षकों को स्कूल भेजने के लिए कहा था, एसएससी ऑफिस से एक लिस्ट जिले में भेजी गई थी। उस जिले में एसएससी चेयरमैन ने एक रंगीन पेज पर नाम भेजे थे, उसमें हमारा नाम नहीं था। सीएम कहती हैं कि हमारे कर्मचारी स्कूल जाएं, जिनका नाम डीआई ऑफिस ने नहीं दिया है। मुख्यमंत्री से मेरा अनुरोध है कि हमें स्कूल जाने दिया जाए।