जनवाणी संवाददाता |
सरूरपुर: विकास खण्ड सरूरपुर के गांव डाहर में शिकायत के आधार गुरूवार को कार्यवाहक डीआईओएस व जेई भौतिक सत्यापन को गांव पहुंचे। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाकर तत्कालीन डीएम से शिकायत की थी। इस दौरान गांव में उहापोह की स्थिति बनी रही।
बुधवार को विकास खण्ड में सरूरपुर के डाहर गांव में कार्यवाहक डीआईओएस फतेहचंद व रोहटा ब्लाक के जेई रमेश जांच करने पहुंचे। गांव के ही बादल पुत्र फेरू सिंह ने ग्राम प्रधान प्रवीण कुमार व तत्कालीन पंचायत सचिव भूपेंद्र शर्मा वर्तमान सचिव अमित कुमार के खिलाफ खड़ंजा व शौचालयों में भ्रष्टाचार करने के गंभीर आरोप लगाकर फरवरी माह में तत्कालीन डीएम अनिल ढींगरा से शिकायत कर कार्यवाही की मांग की थी।
जिसके बाद डीएम ने सीडीओ ईशा को शिकायत पत्र भेजते हुए जांच करने के आदेश दिए थे। सीडीओ ने डीआईओएस ग्रिजेश चौधरी को एक माह में जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था। उस दौरान कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन लगने के कारण जांच नहीं हो पाई थी।
डीआईओएस गिरिजेश चौधरी कोरोना संक्रमित होने की वजह से होम क्वारंटाइन है। कार्यवाहक डीआईओएस फतेहचंद व रोहटा ब्लॉक के जेई रमेश गांव पहुंचे और शिकायत के आधार पर भौतिक सत्यापन किया। अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट तैयार कर शासन व प्रशासन को भेजने की बात कही। इस दौरान गांव में ऊहापोह की स्थिति बनी रही। इस संबंध में जब ग्राम प्रधान प्रवीण कुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि उन्हें किसी जांच की जानकारी नहीं दी गई। न ही उन्हें इस संबंध में कोई पत्र मिला। उन्होंने जांच टीम पर भी एक पक्षीय जांच करने का आरोप लगाया और इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से करने की बात कही।