- प्रैक्टिसिंग बार एसोशिएसन के सदस्यों ने समस्याओं से संबधित पत्र सौंपा
जनवाणी संवाददाता |
नजीबाबाद: जिला जज व सीजेएम ने नजीबाबाद न्यायालय का निरीक्षण किया। उन्होंने वादों के संबंध में रिकार्ड देखा। इसके साथ ही न्यायालय परिसर में वादकारियों के लिए सुविधाओं, उनके सामने आने वाली समस्याओं आदि के संबंध में भी नजीबाबाद कोर्ट के न्यायिक अधिकारी से जानकारी ली।
निरीक्षण के बाद प्रैक्टिसिंग बार एसोशिएसन के सदस्यों ने जिला जज को अधिवक्ताओं से संबधित व अन्य समस्याओं को लेकर एक मांग पत्र दिया। जिस पर उन्होंने निस्तारण करने का आश्वासन दिया।
शुक्रवार को दोपहर बाद जिला जज जय श्री आहूजा व सीजेएम बिजनौर दिलीप सचान ने नजीबाबाद न्यायालय परिसर में पहुंच कर न्यायालय नजीबाबाद का निरीक्षण किया। उन्होंने वादो के निस्तारण, लंबित वाद व अन्य बिन्दुओं पर जानकारी ली। इसके साथ ही न्यायालय परिसर का भी निरीक्षण किया।
इस मौके पर प्रैक्टिसिंग बार एसोशिएसन के सदस्यों ने जिला जज को एक मांग पत्र दिया जिसमेंं उन्होंने कहा कि वाह्य न्यायालय (आउट कोर्ट)में फौजदारी, दीवानी एवं अन्य प्रकीर्ण वादो की संख्या निर्धारित मानकों से बहुत अधिक है। जिसके कारण मुकदमों के शीघ्र व न्याय संगत निस्तारण हेतू कम से कम तीन न्यायालयों की आवश्यकता है। इसके अलावा पत्र में मांग की गई कि विचाराधीन मुकदमों का विभाजन समान रूप से नहीं है।
नजीबाबाद सर्र्किल के चारो थानों का न्यायिक क्षेत्राधिकार भी समान रूप से नहीं है। जिसके कारण एक न्यायालय में वाद बहुत अधिक है जबकि दूसरे कोर्ट में कम वाद है जिसके कारण वादकारियों की भीड़ एक ही न्यायालय में एकत्रित होती है। इसके चलते वाद के निस्तारण में भी कठिनाई उत्पन्न होती है।
मांग पत्र में न्यायालय परिसर में लघुशंका, पेयजल समस्या का भी मुद्दा भी रखा गया और उसके समुचित व्यवस्था की मांग की गई है। मांग पत्र देने वालो में अध्यक्ष हरेन्द्र सिंह. मंत्री शैलेन्द्र चौधरी,गुलाम अब्बास, संजीव माहेश्वरी आदि शामिल रहे। जिला जज ने समस्याओं के निस्तारण का अधिवक्ताओं को आश्वासन दिया।