- सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 11 जिलाध्यक्षों को पद से हटाया
जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 का सेमीफाइनल माने जा रहे जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में सत्ताधारी भाजपा ने अपना दबदबा दिखाया है। नामांकन के बाद 17 जिलों में निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया है। इनमें 16 जिलों में भाजपा प्रत्याशियों ने अध्यक्षों का निर्विरोध निर्वाचन सुनिश्चित कर लिया है।
सपा एक मात्र इटावा निर्विरोध जीतने में सफल हुई है। बाकी जिलों में एक से अधिक नामांकन हुए हैं। यहां की तस्वीर 29 जून को नामांकन वापसी के बाद स्पष्ट होगी।
प्रदेश के सभी 75 जिलों में शनिवार को नामांकन की तारीख थी, मगर ज्यादातर जगहों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में इसे लेकर जमकर घमासान हुआ। हालांकि आयोग ने सभी जिलों में शांतिपूर्ण नामांकन का दावा किया है।
गोरखपुर में सपा के पहले से तय प्रत्याशी आलोक गुप्ता नामांकन करने नहीं पहुंचे, तो पार्टी ने तत्काल जितेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया। उन्होंने नामांकन पत्र नहीं खरीदा था, फिर भी नामांकन दाखिल करने पहुंचे जिसका भाजपा ने विरोध किया।
दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई। सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि नामांकन स्थल के मुख्य द्वार पर भाजपाइयों ने कब्जा कर लिया था, जिससे नामांकन दाखिल नहीं हो सका। वहीं, बलरामपुर में घंटों हंगामा करने के बाद भी सपाई जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर अपने प्रत्याशी किरन यादव का पर्चा दाखिल नहीं करा सके। सपाइयों ने पुलिस व प्रशासन पर प्रत्याशी को नजरबंद करने तथा अपहरण कर पर्चा छीनने का आरोप लगाया है।
- मेरठ में गौरव चौधरी
- गौतमबुद्धनगर में अमित चौधरी
- गाजियाबाद में ममता त्यागी
- आगरा में मंजू भदौरिया
- श्रावस्ती में दद्दन मिश्रा
- बलरामपुर में आरती तिवारी
- श्रावस्ती में पूर्व मंत्री व सांसद दद्दन तिवारी
- गोंडा में घनश्याम मिश्र
- गोरखपुर में साधना सिंह
- मऊ में मनोज राय
- इटावा में अंशुल यादव
- अमरोहा में ललित तंवर
- मुरादाबाद में डॉ. शेफाली सिंह
- ललितपुर में कैलाश नारायण निरंजन
- झांसी में पवन गौतम
- बांदा में सुनील पटेल
- चित्रकूट में अशोक जाटव
- बुलंदशहर में डॉ. अंतुल तेवतिया
नाराज अखिलेश यादव ने 11 जिलाध्यक्षों को पद से हटाया
जिला पंचायत चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के नामांकन दाखिल न कर पाने से नाराज सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने गोरखपुर, मुरादाबाद, झांसी, आगरा, गौतमबुद्ध नगर, मऊ, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदोही, गोंडा और ललितपुर के जिलाध्यक्षों को हटा दिया है।
बागपत में नामांकन से पूर्व पाला बदलने का नाटकीय घटनाक्रम
रालोद प्रत्याशी ममता ने सुबह भाजपा का दामन थाम लिया और सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह के साथ सोशल मीडिया पर उनके फोटो वायरल हो गए। चंद घंटे बाद ही ममता अपने पति जयकिशोर के साथ रालोद के जिला कार्यालय पहुंच गईं। बाद में रालोद प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया।
सियासत में युवा उम्मीद… 21 साल की आरती सबसे कम उम्र की अध्यक्ष
बीए तृतीय वर्ष की छात्रा 21 वर्षीय आरती तिवारी प्रदेश की सबसे युवा जिला पंचायत अध्यक्ष होंगी। बलरामपुर में एकमात्र नामांकन भाजपा प्रत्याशी आरती ने किया और उनका निर्वाचन निर्विरोध होगा। हालांकि उनकी जीत की औपचारिक घोषणा व प्रमाण पत्र 29 जून को नाम वापसी की समय सीमा समाप्त होने के बाद की जाएगी। यहां से सपा प्रत्याशी किरन यादव नामांकन करने नहीं पहुंच सकीं। भाजपा ने साधारण किसान की बेटी को सियासत में इस मुकाम पर पहुंचाकर नेतृत्व में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का संदेश दिया है।