जनवाणी ब्यूरो |
मेरठ: मेरठ में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की तीन छात्राओं के लापता होने के मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की भी बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। उन्हें गुरुवार को दोपहर ही मामले की सूचना मिल गई, लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लिया। कमिश्नर या डीएम को जानकारी देने के बजाय वो मामले को दबाने में जुटे रहे। योगी सरकार महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा लेकर बेहद गंभीर है लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी लापरवाह निकले।
मामले की गूंज लखनऊ तक भी पहुंच गई
डीएम डॉक्टर वी.के.सिंह को रात करीब पौने 10 बजे जानकारी दी और उसके बाद डीएम ने बीएसए को मौके पर भेजा। शिक्षा विभाग ने मामले को हल्के में ले लिया। इस मामले की गूंज लखनऊ तक भी पहुंच गई है। डीएम भी इसको लेकर बेहद नाराज हैं।
डीएम वीके सिंह का क्या कहना है?
डीएम वीके सिंह का कहना है कि छात्राओं के गायब होने के प्रकरण में सारे मामले की जांच सीडीओ नूपुर गोयल और एडीएम ई को सौंपी गई है वह सारे मामले की जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने पर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस टीम को छात्राओं की बरामदगी के लिए लगाया गया है। जल्दी गायब हुई छात्राओं को बरामद कर लिया जाएगा।