- कांवड़ियों के आवागमन और सुरक्षा व्यवस्थाओं का लिया जायजा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शिवरात्रि के पर्व पर जनपद में विभिन्न शिव मंदिरों पर जलाभिषेक के लिए उमड़े कांवड़ियों के आवागमन और उनकी सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए डीएम दीपक मीणा और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सुबह से ही सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में निगरानी शुरू की।
उन्होंने बाबा औघड़नाथ मंदिर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया तथा मंदिर परिसर में निगरानी के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का अवलोकन किया। साथ ही मंदिर परिसर में शिवभक्तों के आवागमन एवं प्रमुख मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था को भी देखा गया।
डीएम दीपक मीणा ने मंदिर के संचालक से जानकारी लेते हुए शांतिपूर्ण तरीके से जलाभिषेक किए जाने के लिए वार्ता की। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था में लगे समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि मंदिरों पर सुरक्षा व्यवस्था में कोई भी ढिलाई न बरतते हुए लगातार निगरानी जारी रखी जाए।
डीएम और एसएसपी ने दिनभर मुख्य कांवड़ मार्गों पर कांवड़ियों की आवक/संख्या देखने और सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए पल्लवपुरम रुड़की मार्ग, गंगनहर पटरी, रजवाहा रोहटा रोड सहित मेरठ शहर के मुख्य कांवड़ मार्गों पर भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था को देखा।
विभिन्न शिव मंदिरों पर जलाभिषेक के लिए कांवड़ियों के पहुंचने के कारण डीएम एवं एसएसपी द्वारा सुबह से ही सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में कई बार निरीक्षण किया गया। इसी क्रम डीएम दीपक मीणा एवं एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बाबा औघडनाथ मंदिर पहुंचकर की गई सुरक्षा व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया तथा मंदिर परिसर में निगरानी के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का अवलोकन करते हुये मंदिर परिसर में शिवभक्तों के आवागमन एवं प्रमुख मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था को देखा गया।
डीएम ने मंदिर के संचालक से जानकारी लेते हुये शांतिपूर्ण तरीके से जलाभिषेक किए जाने हेतु वार्ता की तथा सुरक्षा व्यवस्था में लगे समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि मंदिरों पर सुरक्षा व्यवस्था में कोई भी ढिलाई न बरती जाए तथा लगातार निगरानी की जाती रहे।
दोनों अधिकारियों के द्वारा दिनभर मुख्य कांवड मार्गों पर कावड़ियों की आवक/संख्या देखने एवं सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिये जाने के लिए पल्लवपुरम रुड़की मार्ग, गंगनहर पटरी, रजवाहा रोहटा रोड सहित मेरठ शहर के मुख्य कांवड़ मार्गों पर भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था को देखा गया। बाद में रात में भी कांवड़ियों द्वारा किये जलाभिषेक के मौके पर भी दोनों अधिकारी फिर से काली पल्टन मंदिर गए।
20 मिनट गायब रही बिजली
काली पल्टन मंदिर में जब श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही थी और सीसीटीवी कैमरों में उनको कैद किया जा रहा था, तभी बिजली गुल हो गई। करीब आधे घंटे तक बिजली न होने से कंट्रोल रूम के कामकाज पर काफी असर पड़ा।
डाक विभाग ने बांटा गंगाजल
वरिष्ठ डाक अधीक्षक अनुराग निखारे ने बताया कि शिवरात्रि के पावन अवसर पर डाक विभाग द्वारा काली पल्टन मंदिर परिसर में भक्तों को गंगाजल वितरण के लिए स्टाल लगाए गए थे। इन दोनों स्टाल पर करीब 300 गंगाजल की बोतल भक्तों को वितरित की गई।
एनएच-58 से एक करोड़ से अधिक शिवभक्त गुजरे
मोदीपुरम: इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ी तादाद में शिवभक्तों की रही। अगर खुफिया विभाग की माने तो लगभग एक करोड़ से अधिक शिवभक्त हाइवे से होकर गुजरे हैं। इस बार डीजे भी बड़ी तादाद में हरिद्वार लेकर शिवभक्त गए।
डीजे को लेकर शिवभक्तों में बहस भी देखी गई।
इस बार डीजे को लेकर ध्वनि प्रदूषण में भी इजाफा हुआ। जिसके चलते इस बार अन्य सालों के मुकाबले इस बार प्रदूषण में काफी इजाफा हुआ है। हालांकि विभाग द्वारा इसके आंकड़े अभी जारी नहीं किए गए हैं, लेकिन इस बार डीजे की धुन का असर बढ़ा हैं।
कोरोना काल में समाप्त होने के बाद पहली बार कांवड़ यात्रा शुरू हुई। इस बार अनुमान से भी अधिक कांवड़ यात्रा में शिवभक्तों की तादाद रही। देखने में आया है कि इस बार शिवभक्तों की तादाद बढ़ने के साथ-साथ डीजे भी इस बार बढ़े हैं। डाक कांवड़ के अलावा ग्रुप में कांवड़ लाने वालों की संख्या भी बढ़ी हैं। इस बार शिवभक्तों की सुरक्षा बेहतर थी। उसी तरह शिव भक्तों के आदर सत्कार में लोग जुड़े हुए थे, लेकिन इस बार भीड़ ज्यादा थी। ध्वनि प्रदूषण में भी इजाफा हुआ।