- पुलिस ने तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद उनका अंतिम संस्कार कराया
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: खरखौदा के गोविन्दपुर गांव में दंपति के बीच चल रहे विवाद ने पूरे परिवार को उजाड़ कर रख दिया। महिला ने अपने दो मासूम बच्चों की हत्या करने के बाद खुद फांसी लगा ली थी। पुलिस ने तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद उनका अंतिम संस्कार करवा दिया। परिजनों का कहना है कि आपसी कलह और रोज रोज के झगड़ों ने परिवार को खत्म कर दिया।
अतराड़ा पुलिस चौकी क्षेत्र के गांव गोविंदपुर निवासी आयशा उम्र करीब 29 वर्ष पत्नी मुश्ताक उसकी दो अबोध बच्ची आईफा उम्र 18 माह व अलीपशा पांच माह के शव मंगलवार शाम खरखौदा गोविंदपुरी संपर्क मार्ग पर सड़क किनारे गोविंदपुरी निवासी अब्दुल करीम पुत्र बशीर के गन्ने के खेत में सड़क किनारे खड़े शीशम के पेड़ के तनों पर लटके मिले थे।
पुलिस ने बताया कि मृतका आयशा व उसके पति मुश्ताक में करीब एक वर्ष से झगड़ा चल रहा था। मंगलवार सुबह आयशा ने घर में आग लगाने का भी प्रयास किया था। जिसकी सूचना मृतका के पति ने 112 नंबर पर दी, लेकिन पुलिस के वहां पहुंचने से पहले मृतका अपनी दोनों बच्चियों को साथ लेकर घर से गायब हो गई थी।
सीओ किठौर अमित राय ने बताया कि आयशा और उसके दोनों बच्चों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिये गए। जहां उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पति मुश्ताक की मानों जिंदगी ही उजड़ गई। उसने बताया कि अब उसके एक बेटे को कौन पालेगा जो अपनी मां के बिना अकेला रह गया है।
मुश्ताक ने बताया कि उसे उम्मीद नहीं थी कि आयशा धमकी देने के अलावा इतना बड़ा कदम उठा लेगी। एक साथ तीन लोगों को खोने के बाद उसे डर था कि पुलिस उसे कहीं हत्या में जेल न भेज दे। उसका कहना है कि अगर वो टच स्क्रीन वाला मोबाइल दिला देता तो शायद परिवार बर्बाद न होता।