Thursday, January 9, 2025
- Advertisement -

शिक्षा विभाग: बच्चों का भविष्य संकट में

  • समय पर विद्यालय नहीं पहुंच रहे शिक्षक, कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति
  • शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई के नाम पर किए जाने वाली औपचारिकताओं पर खड़े हो रहे सवाल

जनवाणी संवाददाता |

हस्तिनापुर: केंद्र और राज्य सरकार ग्रामीण आंचल में पढ़ रहे बच्चों को हाईटेक करने के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है, परंतु शिक्षा विभाग के कर्मचारी की लापरवाही सरकार के इन प्रयासों पर पानी फेरती नजर आ रही है। शिक्षकों द्वारा की जा रही लापरवाही से बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है और शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई के नाम पर किए जाने वाली औपचारिकताओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

परिषदीय स्कूलों में शिक्षा विभाग की गाड़ी बेपटरी होती दिखाई दे रही है। आए दिन इन स्कूलों में ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों से शिकायत की जा रही है। शिकायत मिलने पर शिक्षा विभाग द्वारा औपचारिकताएं पूरी करने के लिए मात्र कागजी कार्रवाई पूरी कर इतिश्री की जा रही है। मामला विकास खंड क्षेत्र के गांव खोड दयालपुर में स्थित है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है, जिसमें करीब 58 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं।

24 13

शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए सरकार ने इस बार 15 पूर्व ही बृहस्पतिवार को स्कूल खोलने के निर्देश दिए थे, ताकि बच्चों की शिक्षा में सुधार लाया जा सके। बृहस्पतिवार को तो स्कूल खोले गए बच्चों की संख्या कम रही, परंतु शुक्रवार को शिक्षकों का फिर वही पुराना रवैया शुरू हो गया। कोड दयालपुर के ग्राम प्रधान अमित कुमार ने बताया कि गांव में मौजूद पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 10 बजे तक भी शिक्षक नहीं पहुंचे थे।

इस विद्यालय में दो शिक्षक तैनात है एक शिक्षक छुट्टी पर है तो दूसरा 10 बजे तक नहीं पहुंचा। जिसका इंतजार करने के बाद गांव के बच्चे वापस घरों को लौट गए और स्कूल पर ताला लगा रहा। जब इस बात की भनक ग्रामीणों को लगी तो ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया और कहा कि स्कूल में तैनात शिक्षकों का यह रवैया पिछले लंबे समय से चल रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के संरक्षण के चलते इन पर उचित कार्रवाई नहीं हो रही है।

जिससे आप बच्चों की जिंदगी से जानबूझकर खिलवाड़ कर रहे हैं। उधर, ग्राम प्रधान अमित ने मामले के सम्बन्ध में खंड शिक्षा अधिकारी को अवगत कराया। इससे पहले भी ऐसे ही मामले खादर क्षेत्र के कई स्कूलों में भी मिल चुके हैं। क्षेत्र के गांव कुन्हेडा, दबखेड़ी आदि स्कूलों में भी शिक्षक समय पर नहीं पहुंचते हैं।

जिसकी शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी से की गई थी। इसके बाद भी शिक्षकों की मनमानी पर कोई लगाम नहीं लगा जा रहा है। जिससे परिषदीय स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों का भविष्य अधर में लटकता नजर आ रहा है।

कार्रवाई के लिए लिखा गया है

शिक्षक के द्वारा समय पर स्कूल न आने के संबंध में जांच कराई गई है। जिसके बाद शिक्षक पर कार्रवाई करने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को लिखा गया है।
-राहुल धामा, खंड शिक्षा अधिकारी, हस्तिनापुर

What’s your Reaction?
+1
0
+1
1
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

All We Imagine As Light: पायल कपाड़िया को मिला डीजीए अवॉर्ड में नामांकन, इनसे होगा मुकाबला

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत...
spot_imgspot_img