जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: क्षेत्र के गांव आदर्श नगला में ऊर्जा निगम के खिलाफ ग्रामीणों की हुई पंचायत में आक्रोश के कार्य जताया गया। वक्ताओं ने कहा कि ऊर्जा निगम द्वारा उपभोक्ताओं के कनेक्शनों पर लगाए गए चीन निर्मित मीटर गुणवत्तापूर्ण नहीं है। जब तक ऊर्जा निगम दूसरे मीटर लगाए तब तक अनमीटर्ड बिल ही देंगे।
सोमवार को आदर्श नंगला के बस अड्डा स्थित स्कूल परिसर में हुई पंचायत में वक्ताओं ने कहा कि ऊर्जा निगम के अधिकारियों की निरंकुशता, भ्रष्टाचार एवं उपभोक्ताओं के उत्पीड़न से वह तंग हो गए। इसका निराकरण कराने के लिए आरपार की लड़ाई होगी।
वक्ताओं ने कहा कि उपभोक्ताओं के कनेक्शनों पर लगाए गए मीटर संदेह के घेरे में हैं। किसी का भी बिल 3000 रुपये से कम नहीं आ रहा है। सरकार एक तरह से चीनी वस्तुओं के बहिष्कार करती है। दूसरी ओर यह बिजली के मीटरों पर जोर दे रही है। बैठक में घोषणा की गई कि इन बिजली मीटरों से आए बिलों का भुगतान वह नहीं करेंगे। इनका इनका परीक्षण उपभोक्ताओं के साथ ऊर्जा निगम के अधिकारी करें।
तब तक वह अनमीटर्ड व्यवस्था के तहत ही दिल देंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2007 में ऊर्जा निगम के अधीक्षण अधीक्षण अभियंता ने नलकूपों का 10 हॉर्स पावर का भार नियत कर दिया था। इसका विरोध किया तो समझौता किया गया था। पुराने बिलों से ही बिल लिया जाएगा। यह भी कहा कि ट्रांसफार्मर की क्षमता नहीं बढ़ाई जाती है।
बिल अधिक भार के लिए जा रहे हैं। बैठक की अध्यक्षता चौधरी बृजपाल सिंह तथा संचालन रणवीर सिंह ने किया। इस मौके पर धर्मपाल सिंह फौजी, विक्रम सिंह आर्य, कृपाल सिंह, बलजोर सिंह आर्य, शिवचरण, राजपाल सिंह, धीर सिंह तोमर, संजीव मान आदि ने अपने विचार रखे।