- 66 हजार रुपये की ली थी रिश्वत, शराब के ठेके के मालिक को घूस न देने पर दे रहा था धमकी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शराब के ठेकों से मोटी कमाई करने वाले आबकारी निरीक्षक को विजिलेंस की टीम ने 66 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आरोपी निरीक्षक के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
एसपी विजिलेंस कुंवर अनुपम सिंह ने बताया कि आबकारी विभाग के मवाना सर्किल के इंस्पेक्टर अतुल कुमार त्रिपाठी की काफी शिकायतें शासन स्तर पर मिल रही थी। आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ माछरा निवासी यतेन्द्र शर्मा ने विजीलेंस में शिकायत दर्ज कराई थी कि मार्च और अप्रैल के खातों को ठीक कराने के लिये 66 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है।
इससे पहले भी इस आरोपी के खिलाफ उसके सर्किल के शराब के ठेकेदार प्रताड़ित करने का आरोप लगा चुके थे। माछरा निवासी यतेंद्र कुमार शर्मा और अनुज कुमार शर्मा ने गड़ीना और शौल्दा गांव में शराब की दुकानें खोल रखी है। दोनों भाइयों से मवाना सर्किल के आबकारी निरीक्षक अतुल कुमार त्रिपाठी प्रत्येक महीने में जबरन पांच हजार की वसूली करते थे।
कोरोना संक्रमण के दौरान शराब के ठेके बंद होने से अतुल त्रिपाठी को वसूली की रकम नहीं दी गई। सात माह की रकम 66 हजार बकाया चल रही थी, जिसके चलते अतुल कुमार रोजाना दोनों भाइयों को धमकी देते थे कि रकम नहीं दी तो 25 हजार का चालान कर देंगे।
तभी यतेंद्र ने एसपी विजिलेंस कुंवर अनुपम सिंह से संपर्क किया। विजीलेंस टीम को ठेकेदार की तरफ से शिकायत मिली तो शासन स्तर पर इसकी अनुमति लेने के बाद ईव्ज चौपला स्थित आबकारी भवन में बैठने वाले निरीक्षक अतुल कुमार को घेरने की रणनीति बनाई गई।
विजिलेंस ने पांच इंस्पेक्टरों की टीम बनाई। इसमें आराधना सिंघल, पुष्पा, संजय शर्मा, केपी सिंह और गणेशदत्त जोशी को शामिल किया गया। सोमवार की शाम साढ़े छह बजे के करीब विजीलेंस की टीम आबकारी भवन पहुंची। ठेकेदार ने जैसे ही 66 हजार रुपये निकाल कर आबकारी निरीक्षक को दिये तभी विजिलेंस की टीम ने दबोच लिया। रिश्वत लेते पकड़े जाने पर हड़कंप मच गया और तमाम विभागीय अधिकारी और कर्मचारी मौके पर आ गए। आबकारी निरीक्षक के रंगेहाथों पकड़े जाने पर दहशत का माहौल हो गया।
विजिलेंस की टीम आरोपी को लेकर कोतवाली थाने आई और मुकदमा दर्ज किया गया। जहां पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मौके पर एसपी बिजीलेंस कुंवर अनुपम और एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने आबकारी निरीक्षक से पूछताछ की। उसके बाद उन्हें हवालात में डाल दिया।
इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी आलोक कुमार का कहना है कि उनके संज्ञान में यह मामला आया है और सारे तथ्यों की जानकारी की जा रही है। वहीं, पूछताछ में यह भी पता चला है कि आबकारी निरीक्षक अतुल कुमार के पास साठ दुकानों की जिम्मेदारी है और प्रत्येक दुकानदार से पांच हजार रुपये महीने वसूलता था। जब कोई दुकानदार पैसा देने से मना करता था तो उसे 25 हजार रुपये के चालान की धमकी देता था। पुलिस मंगलवार को आरोपी अतुल को कोर्ट में पेश करेगी, जहां से उसे जेल भेजा जाएगा।