- जनवाणी ने 12 सितंबर के अंक में पुलिसकर्मियों की कारगुजारी की खबर प्रमुखता से की थी प्रकाशित
- हैरानी: टोल पर ट्रैफिक प्वाइंट नहीं फिर भी पहुंच गए वसूली करने
- ड्यूटी थी मोदीपुरम में, एसएसपी की सख्ती रंग लाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दूसरे जनपदों और राज्यों की गाड़ियों को लूटने में लगे ट्रैफिक पुलिस पर एसएसपी ने लगाम कस दी है। गत 12 सितंबर को टोल प्लाजा पर ट्रकों और बसों की चेकिंग के नाम पर हजारों रुपये वसूलने वाले टीएसआई मशगूल हसन और सिपाही गौतम कुमार को एसएसपी ने सस्पेंड कर जांच बैठा दी है। इन दोनों पुलिसकर्मियों की कारगुजारी की खबर दैनिक जनवाणी ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी और इस पर शासन ने गंभीरता से संज्ञान लिया था।
हाइवे पर ट्रैफिक पुलिस को गाड़ियों को चेक करने का अधिकार नहीं है। 12 सितंबर को टीएसआई मशगूल हसन और सिपाही गौतम कुमार की ड्यूटी मोदीपुरम में लगाई गई थी। दोनों पुलिसकर्मियों ने अपना प्वाइंट बिना किसी अधिकारी को सूचित किये हुए छोड़ा और गायब हो गए। दोनो पुलिसकर्मी टोल पर पहुंच गए और दूसरे राज्यों की बसों और ट्रकों को चेक करने लगे। शहर में आ रहे एक खाली ट्रक को रोक कर पुलिसकर्मियों ने कहा कि 10 साल पुराना ट्रक चला रहे हो।
ड्राइवर ने मना किया तो उससे पांच हजार रुपये देने को कहा। ड्राइवर ने कहा यूनियन की गाड़ी है तो दो हजार रुपये लेकर छोड़ दिया। तभी वहां पर मध्य प्रदेश नंबर की एक टूरिस्ट बस आ गई और उससे कागज देखने के नाम पर छह हजार रुपये ले लिये। एक बस के चालक ने पूछा कि आप लोग क्या आरटीओ से हो तो पुलिसकर्मी बोला आरटीओ से नहीं बल्कि ट्रैफिक से हूं।
जिस वक्त उगाही का काम चल रहा था उस वक्त गाड़ियों की लाइन लग गई थी। ये सिलसिला काफी देर तक चलता रहा, लेकिन वसूली करने में लगे पुलिसकर्मियों को न तो अपने अधिकारियों का डर था और न ही सरकार की बदनामी का। दैनिक जनवाणी ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो शासन के साथ साथ एसएसपी रोहित सिंह सजवाण और एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने गंभीरता से लिया।
एसएसपी ने इस संबंध में एसपी ट्रैफिक से रिपोर्ट मांगी। एसपी ट्रैफिक ने जब इस मामले की जांच कराई तो दोनों पुलिसकर्मियों को अपनी ड्यूटी स्थल से नदारद पाते हुए टोल पर वसूली करते हुए पाया। शुक्रवार को एसएसपी ने टीएसआई और सिपाही को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करते हुए जांच बैठा दी है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से मवाना रोड स्थित डेयरी फार्म के पास ट्रैफिक पुलिस के द्वारा वाहनों की चेकिंग के नाम पर जमकर वसूली चल रही है। वसूली के कारण गाड़ियों की लंबी लाइनें लग रही है। हैरानी की बात यह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एसएसपी जीरो टालरेंस की बात पर जोर दे रहे हैं और ट्रैफिक पुलिसकर्मी इसकी धज्जियां उड़ाने में लगे हुए हैं।