- अंकुर सिंह ठेकेदार की फर्म ब्लैक लिस्टेड, रजिस्ट्रेशन निरस्त
- कृषि उत्पादन मंडी शामली के ठेके में लगाया फर्जी प्रमाण पत्र
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: मैसर्स कार्तिक बिल्डर्स के प्रोपराइटर अंकुर सिंह द्वारा कृषि उत्पादन मंडी शामली में करीब पांच करोड़ रुपये के टेंडर में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाए जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। उप निदेशक सहारनपुर मंडल ने जांच के बाद रिपोर्ट राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद लखनऊ को भेजी जिस पर मुख्य अभियंता जेके सिंह ने मैसर्स कार्तिक बिल्डर्स प्रोपराइटर अंकुर सिंह को ब्लैक लिस्टेड करते हुए उनका पंजीकरण रद्द कर दिया है। इस कदम सरकारी ठेकेदारों में खलबली मची हुई है।
दरअसल, मैसर्स कार्तिक बिल्डर्स के प्रोपराइटर अंकुर सिंह के पक्ष में इस साल मार्च माह में कृषि उत्पादन मंडी शामली के द्वितीय फेस में मरम्मत कार्य, आफिस निर्माण, रंगाई-पुताई आदि कार्य का 4.82 करोड़ रुपये का ठेका छोड़ा गया था। मैसर्स कार्तिक बिल्डर्स के ए श्रेणी के पंजीकरण के चलते ये ठेका मिला था।
टेंडर की शर्त के अनुसार, निर्माण कार्य आगामी दिसंबर माह तक पूरा करना है। अंकुर सिंह को ठेका मिलने के बाद सहकारी गन्ना समिति मलकपुर, बागपत के चेयरमैन धूमसिंह ने मैसर्स कार्तिक बिल्डर्स के प्रोपराइटर अंकुर सिंह द्वारा टेंडर के समय लगाए गए अनुभव प्रमाण पत्र को फर्जी होने का दावा करते हुए राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद में शिकायत कर दी। इस पर जांच सहारनपुर मंडल के उप निदेशक (निर्माण) को सौंपी गई।
उप निदेशक (निर्माण) ने राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के मुख्य अभियंता (निर्माण) जेके सिंह गत 21 अक्टूबर को भेजी जांच आख्या में बताया कि मैसर्स कार्तिक बिल्डर्स के प्रोपराइटर ने पंजीकरण के लिए जिलाधिकारी शामली को अनुभव प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए हैं, वे सब फर्जी हैं। साथ ही, अनुभव प्रमाण पत्र की सत्यता के लिए एचएसएएम बोर्ड करनाल, हरियाणा को पत्र लिखकर जानकारी मांगी।
इस पर एचएसएएम बोर्ड करनाल ने अवगत कराया पत्र संख्या 2585 में अंकित कार्य मैसर्स कार्तिक बिल्डर्स प्रोपराइटर अंकुर सिंह के द्वारा नहीं कराया गया है। न ही पूर्व में जारी अनुभव प्रमाण पत्र के सत्यापन संबंधी पत्र संख्या 2714 व 2483 उनके कार्यालय से निर्गत किया गया है। ऐसी परिस्थिति में मैसर्स कार्तिक बिल्डर्स द्वारा कार्यालय को उपलब्ध प्रमाण पत्र फर्जी प्रतीत होते हैं।
इसलिए पंजीकरण नियमावली के अनुसार फर्म के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाए। राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के मुख्य अभियंता (निर्माण) जेके सिंह ने जांच आख्या के आधार पर मैसर्स कार्तिक बिल्डर्स प्रोपराइटर अंकुर सिंह का पंजीकरण निरस्त करते हुए फर्म को काली सूची में डाल दिया है।
आदेश की प्रति राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के निर्माण विभाग के अलावा पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, जल निगम, सेतु निगम, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग आदि को भेजी गई है।
दूसरी ओर, मैसर्स कार्तिक बिल्डर्स के प्रोपराइटर अंकुर सिंह कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते उनके विरोधियों ने ये कार्यवाही कराई है। हमारा पक्ष भी नहीं सुना गया इसलिए फर्म की ओर से न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जा रहा है।