जनवाणी संवाददाता |
मवाना: एनएच-119 का एनएचएआई द्वारा सड़क का चौड़ीकरण का कार्य शुरू होने से पहले किसानों की जमीन की नपाई कर उनको मुआवजा दे दिया गया है, लेकिन बुधवार को पहुंची टीम ने सड़क में आ रही किसानों के नलकूप को तोड़ने की कार्रवाई के दौरान किसानों ने टीम का घेराव करते हुए हंगामा कर दिया और नलकूपों को ध्वस्त करने से मुआवजे की मांग को लेकर टीम के सामने अड़ गए।
हंगामा बढ़ता देख टीम नलकूपों को ध्वस्त करने के बजाय बैरंग लौटना पड़ा। हंगामा की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसानों को समझाते हुए मामला शांत कर दिया। किसानों ने कहा कि सरकार ने जमीन खरीदने कर उनको मुआवजा दिया है। जबकि नलकूपों को ध्वस्त करने के लिए उनको कोई रकम नहीं दी है।
एनएच-119 का एनएचएआई पर फोर लाइन सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य शुरू होने से पहले किसानों की जमीन की नपाई कर उनको मुआवजा उपलब्ध करा दिया है तथा सड़क में आने वाली जमीन पर निशानदेही भी कर दी गई है।
बुधवार को सड़क की निशानदेही के अंतर्गत आ रही किसानों की टयूबवेल को ध्वस्त करने के लिए पहुंची। टीम की जानकारी मिलते ही किसान मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी लेते हुए टीम का विरोध करने लगे। किसानों ने कहा कि सरकार द्वारा जमीन खरीद कर उनको मुआवजा दिया है।
जबकि नलकूपों को ध्वस्त करने के लिए कोई मुआवजा सरकार द्वारा नहीं मिला। किसानों द्वारा हंगामा बढ़ता देख मौके पर मौजूद एनएचएआई की टीम ने स्थानीय पुलिस स्टेशन को सूचना दी। किसानों ने नलकूपों को ध्वस्त करने का विरोध करने पर मुआवजा देने के बाद ही अग्रिम आदेश तक कार्रवाई की मांग उठाई है।
मवाना खुर्द स्थित भैंसा गांव के किसानों ने टीम का घेराव करते हुए हंगामा कर दिया और मजदूरों को वापस कर दिया। किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा जमीन खरीदने कर उनको मुआवजा दिया है। जबकि नलकूपों को ध्वस्त करने के लिए कोई मुआवजा नहीं मिला। किसानों ने मुआवजा मिलने के बाद ही नलकूपों को ध्वस्त करने की मांग उठाई है।