जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बिजली कटौती, अधिक बिजली बिल और नलकूपों पर मीटर लगाए जाने से नाराज भारतीय किसान यूनियन के किसान आज ऊर्जा भवन पर महापंचायत कर रही है। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत और युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत आज किसानों के बीच पहुंचे। इससे पहले रविवार को किसानों ने गांव-गांव घूमकर जनसंपर्क किया और महापंचायत में अधिक से अधिक किसानों से पहुंचने का आह्वान किया। सोमवार को सुबह से ही काफी संख्या में किसान उर्जा भवन पर जुटने लगे।
सभी किसान अपने साथ ट्यूबवैल पर लगए गए मीटर लेकर पहुंचे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि यदि अधिकारियों ने मीटर जमा नहीं किए तो अफसरों के दफ्तर में मीटर भर दिए जाएंगे। इस दौरान किसानों ने खाना बनाने के लिए धरनास्थल पर ही कढ़ाई चढ़ा दी। प्रशासन ने किसानों के लिए स्वच्छ पानी के टैंकर लगाए हैं। दोपहर बाद किसानों के बीच पहुंचे भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसान हित में काम नहीं कर रही है। नलकूपों पर मीटर किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में मेरठ मंडल के जनपदों से किसान आज सुबह से ही ऊर्जा भवन पर पहुंचने शुरू हो गए। किसान अपने साथ अपने-अपने ट्यूबवैल से बिजली के मीटर उतारकर भी लाए हैं। जिन्हें जमा करने के लिए ऊर्जा भवन में जद्दोजहद चल रही है। हालांकि विद्युत विभाग के अधिकारियों ने भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत की नेतृत्व वाले किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता की और उनकी मांगों को सुना। अधिकारियों ने किसानों की समस्याओं का हल कराने का आश्वासन दिया।
धरने पर डटे किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर आसानी से बिजली के मीटर विद्युत विभाग के अधिकारियों ने जमा नहीं किए तो सभी मीटर पीवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक अरविंद मल्लप्पा बंगारी के कार्यालय में भर दिए जाएंगे। किसान अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियाें में सवार होकर लगातार ऊर्जा भवन पहुंच रहे हैं। देहाती गीतों से भी ऊर्जा भवन गूंज रहा है।
दरअसल, सरकार ने किसानों की नलकूपों पर भी मीटर लगाने का निर्णय लिया है। कुछ ट्यूबवैलों पर मीटर लगाए भी जा चुके हैं। किसान इसका विरोध कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के नेता कई बार पीवीवीएनएल के अधिकारियों से मिलकर नलकूपों पर मीटर नहीं लगाने की मांग कर चुके हैं।
भारतीय किसान यूनियन के मेरठ मंडल अध्यक्ष गुड्डू प्रधान, राजकुमार करनावल, बबलू जिटौली आदि का कहना है कि सरकार किसानों का उत्पीड़न कर रही है। न तो किसानों को पर्याप्त बिजली मिल रही है और जबरन नलकूपों पर मीटर लगाने का दबाव बनाया जा रहा है।
किसान नेताओं ने कहा कि आज ऊर्जा भवन पर होने वाली महापंचायत ऐतिहासिक होगी। सुबह 10 बजे से ही किसान पहुंचना शुरू हो गए । मेरठ ही नहीं बल्कि मंडल के सभी जनपदों से किसान पहुंचे।