- तहसील दिवस में अधिकारियों के सामने केरोसिन छिड़कने के मामले में अधिकारियों ने दिये आदेश
जनवाणी संवाददाता |
सरूरपुर: शनिवार को तहसील दिवस में रेप पीड़िता द्वारा कार्रवाई न होने से तंग आकर अधिकारियों के सामने केरोसिन छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया था। मामले में पुलिस ने रविवार को अधिकारियों के आदेश पर फजीहत के बाद बैक फुट पर आते हुए एफआईआर फिर से दर्ज कर ली है। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए दोबारा से जांच शुरू कर दी है।
सरूरपुर के गांव निवासी नाबालिक के साथ में कुछ लोगों ने घर में घुसकर रेप किया था। इस मामले में पीड़िता ने एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था। जिसमें आधा दर्जन युवकों को नामजद कराया गया था। इस मामले में पुलिस ने जांच के बाद सीओ सरधना शिव प्रताप सिंह द्वारा चैप्टर बंद करते हुए हाल ही में एफआर लगा दी गई थी। इस पर कारण पुलिस से तंग होकर पीड़ित परिवार ने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने और मामले में गांव के ही एक योगी सेवक खुद को भाजपा नेता बताने वाले योगी सेवक द्वारा दबाव बनाने को लेकर पुलिस पर आरोप लगाए थे।
मामले में शनिवार को कार्रवाई की मांग को लेकर रेप पीड़िता परिवार सहित एसएसपी रोहित सजवाण से तहसील दिवस सरधना में मिली थी, लेकिन एसएसपी द्वारा फिर से प्रार्थना पत्र लेकर सीओ को जांच देने के आदेश देते ही रेप पीड़िता बिफर पड़ी और उसने परिवार के साथ अधिकारियों के सामने ही केरोसिन छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया था। पुलिस ने मामले में अधिकारियों के आदेश पर पीड़िता की तहरीर पर नौ लोगों के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट करने धमकी देने और जाति सूचक शब्द कहने का मामला दर्ज कर लिया।
एससी एक्ट के तहत ये नौ लोग हुए नामजद
नाबालिग के साथ छह माह पूर्व दुष्कर्म के मामले में पुलिस द्वारा ठीक तरीके से कार्रवाई नहीं करने और गांव के ही एक छुट भैया नेता के दबाव में आकर एफआर लगा दी थी। बैकफुट पर आते हुए अधिकारियों के आदेश पर पीड़िता की तहरीर पर मामला दर्ज करते हुए गांव के ही सुनील उर्फ सोनू संजय, नीरज, पूनम, सतबीर, रीना, रुकमा मौसम वीरो आदि के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट करने धमकाने और जाति सूचक शब्द कहने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस द्वारा पीड़िता की तहरीर पर एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दोबारा से जांच शुरू कर दी गई है।