- बैंक प्रबन्धक ने आरोपियों के खिलाफ दर्ज कराया मामला
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: एक मकान का फर्जी बैनामा बैंक में गिरवी रखकर बैंक से 24 लाख रूपये का लोन ले लिया। मामले का खुलासा उस समय हुआ, जब लोन खाता एनपीए होने के बाद बैंक मकान की नीलामी करने पहुंचा, तो मकान के असली मालिक सामने आ गये। बैंक मैनेजर ने आरोपियों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यूको बैंक प्रकाश चैक शाखा प्रबंधक शिव अग्रवाल ने सीजेएम के आदेश पर थाना सिविल लाइन में पति-पत्नी और मां-बेटा सहित चार लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी और दूसरे संगीन आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। बैंक के सीनियर मैनेजर शिव अग्रवाल का आरोप है कि दक्षिण सिविल लाइन निवासी प्रतिक राज अरोरा ने 2017 मैं एक मकान मॉर्गेज कर 24 लाख रुपए का लोन लिया था। उन्होंने बताया कि लोन की किस्त अदा नहीं की गई। जिसके चलते 2019 में खाता एनपीए कर दिया गया। बैंक मैनेजर शिव अग्रवाल ने बताया कि लोन पर दिया गया रुपया ब्याज सहित अदा न करने पर 2022 में ई ऑक्शन के माध्यम से मकान की नीलामी निकाली गई थी।
मकान नीलाम कर जब उसका बैनामा नीलामी छोड़ने वालों के नाम किया जाने लगा तो 2 लोगों ने आकर मकान का एग्रीमेंट अपने नाम होने की बात कही और बैनामा दिखाया। सत्यता की जांच करने पर पता चला कि जो बैनामा बैंक के पास रखा गया था वह फर्जी था। बैंक मैनेजर की गुहार पर सीजेएम कोर्ट ने थाना सिविल लाइन पुलिस को प्रतिक राज अरोड़ा उसकी माता अनीता राज अरोरा निवासी दक्षिणी सिविल लाइन और सुधीर कुमार तथा उसकी पत्नी उर्मी भगत निवासी गण केशवपुरी के विरुद्ध धोखाधड़ी और अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। जिसके बाद थाना सिविल लाइन पुलिस ने चारों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।