- नई शिक्षा नीति से प्राइमरी स्कूलों में आई नई क्रांति
जनवाणी संवाददाता |
पुरकाजी: ब्लॉक संसाधन केंद्र पुरकाजी पर आयोजित ’हमारा आंगन हमारे बच्चे’ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी अमर वीर सिंह ने कहा की नई शिक्षा नीति के तहत इस कार्यक्रम का उद्देश्य 3 से 7 वर्ष तक के बच्चों को प्री प्राइमरी और प्राइमरी मिलाकर शिक्षित करने की योजना है। जिसमें आंगनबाड़ी सहायिकाओं और कक्षा 1 से 3 के अध्यापकों को आपस में समन्वय स्थापित कर बच्चों को विद्यालय में ऐसा माहौल उत्पन्न कराना है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला के निर्देशन में खंड शिक्षा अधिकारी अमरवीर सिंह की अध्यक्षता में यहां हमारा आंगन हमारे बच्चे कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में सर्वप्रथम सरस्वती माता के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए उच्च प्राथमिक विद्यालय बरला की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई और इसके बाद उच्च प्राथमिक विद्यालय तुगलकपुर की छात्राओं द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत कर अतिथियों का स्वागत किया गया।
इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी अमर वीर सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत इस कार्यक्रम का उद्देश्य 3 से 7 वर्ष तक के बच्चों को प्री प्राइमरी और प्राइमरी मिलाकर शिक्षित करने की योजना है जिसमें आंगनबाड़ी सहायिकाओं और कक्षा 1 से 3 के अध्यापकों को आपस में समन्वय स्थापित कर बच्चों को विद्यालय में ऐसा माहौल उत्पन्न कराना है, जैसे उन्हें लगे कि वह अपने आंगन में खेल कर अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे है और बच्चे अपने निपुण लक्ष्य को प्राप्त कर रहे हैं। शैक्षिक महासंघ के अध्यक्ष अमित तोमर ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा की आंगनबाड़ी कार्यकत्री श्रीमती ओमवती ने तेजलहेड़ा गांव में शिक्षा की तस्वीर बदल दी थी। 1986 में शिक्षा के पहले सोपान में ही उन्होंने हमे गिनती पहाड़े सहित वे सब शिक्षा दी जो आज कक्षा 5 के बच्चे सीखते है। आज आंगनबाड़ी पद्धति को पढ़ाई पर कम अन्य कार्यों में अधिक लगा दिया गया है।राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला उपाध्यक्ष रूपक राणा ने कहा की निपुण भारत योजना ने शिक्षा की तस्वीर बदल दी है। उन्होंने अपना विद्यालय निपुण बनाया है। बच्चे नई तकनीक से शिक्षा ग्रहण कर रहे है।
इस अवसर पर सीडीपीओ प्रतिनिधि नीरज कौशिक ने कहां की आंगनवाड़ी के बच्चे और प्राइमरी स्कूल के बच्चों को आपस में एक साथ बैठकर पढ़ने का मौका मिलेगा। यह पद्धति कामयाब होगी। इस अवसर पर एसआरजी उषा चैहान, रश्मि मिश्रा ,विनीत पवार व अध्यापक गण रूपक राणा जिला उपाध्यक्ष राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, विजेंद्र सिंह पूर्व जिला मंत्री प्राथमिक शिक्षक संघ, अमित तोमर ब्लॉक अध्यक्ष राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण का केंद्र आंगनवाड़ी केंद्र के छोटे नन्हे मुन्ने बच्चे वंशिका, अलीना, चाहत, राघव,लवीसा, खुशी, गौरी ,मोहम्मद उमर, मोहम्मद रिहान रहे। जिनके द्वारा अपनी नटखट आवाज में कविताएं सुना कर उपस्थित सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन प्रधान अध्यापक मेराज खालिद रिजवी ने किया। इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी अमरवीर सिंह ने उपस्थित अध्यापक गण आंगनबाड़ी सहायिका एवं आंगनबाड़ी के बच्चों एवं छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र और पेन, पेंसिल, रबर, कटर आदि देकर सम्मानित किया।
यहां एसआरजी एआरपी और सीडीपीओ को भी ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से एआरपी रूप सिंह, राजीव कुमार विशाल गौतम एवं अध्यापक गण संदीप तोमर ,नरेंद्र सिंह ,अमित शर्मा, अजय कुमार ,वंदना शर्मा, मनीषा निरवाल ,संगीता , रितु त्यागी, अनुभूति,अर्चना आंगनबाड़ी कार्यकत्री गीता ,श्यामकली, सीमा ,पूजा, बबली ,प्रेमवती, सुमन आदि उपस्थित रहे।