- पांच दिनों में दो उपभोक्ताओं को बातों में फंसाकर की लाखों की ठगी, डाटा लीक होने की आशंका
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पुलिस अधिकारी, सीबीआई आफिसर, इनकम टैक्स आफिसर और कस्टम अधिकारी बनकर लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर उनके साथ ठगी करने का सिलसिला लगातार जारी है। इसके साथ अब साइबर अपराधियों ने एक और नया तरीका ढूंढ लिया है। आजकल साइबर ठगों के निशाने पर गेल गैस लिमिटेड कंपनी के उपभोक्ता है, जिन्हें इन ठगों ने अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया। पिछले पांच दिनों में अब तक दो गैस कंपनी के उपभोक्ताओं को साइबर ठग अपनी बातों में फंसा चुके हैं, जिनसे अब तक नौ लाख से अधिक की ठगी कर चुके हैं।
शहर की तमाम कॉलोनियों और मोहल्लों में करीब 42 हजार लोगों की रसोई तक गेल गैस लिमिटेड कंपनी की पाइप लाइन के माध्यम से गैस पहुंच रही है। जो महीने में गैस का बिल आनलाइन और आफलाइन तरीके से जमा करते है। यह उपभोक्ता अब साइबर ठगों के निशाने पर है, क्योंकि इन उपभोक्ताओं की सभी डिटेल्स साइबर अपराधियों के हत्थे चढ़ गई है। जिन्हें अंजान नंबरों से कॉल भी आना शुरू हो गया है। शास्त्री नगर निवासी एक डेयरी संचालक को सबसे पहली कॉल आई थी। जिन्हें साइबर ठगों ने अपनी बातों में फंसाकर उनका फोन हैक कर लिया था और उनके खाते से 8.37 लाख रुपये उड़ा दिए थे।
इसके बाद अब जागृति विहार निवासी एक शख्स के साथ इन साइबर अपराधियों ने ठगी की। शास्त्री नगर निवासी विनय बंसल के घर पर गेल गैस कंपनी का गैस कनेक्शन है। उन्होंने 21 अक्टूबर को साइबर क्राइम थाने में शिकायत करते हुए बताया कि उनके पास एक अंजान नंबर से कॉल आया और इसके बाद उनके खाते से 8.37 लाख रुपये साफ कर दिए। इसके बाद दूसरी शिकायत जागृति विहार निवासी चंद्रप्रकाश शर्मा ने की, यह भी गेल गैस कंपनी के उपभोक्ता है।
26 अक्टूबर को साइबर क्राइम थाने में पहुंचे चंद्रप्रकाश ने शिकायत करते हुए बताया कि उनके पास अंजान नंबर से कॉल आया, कॉलर ने खुद को गेल गैस लिमिटेड से बताया और कहा कि उनका बिल जमा नहीं है। अपडेट के नाम पर खाते से 99 हजार 980 रुपये उड़ चुके थे। ठगी का अहसास होने पर चंद्रप्रकाश ने तुरंत ही साइबर क्राइम थाने में शिकायत की।
ठगों ने कंपनी के कर्मचारी को दिया था आफर
साइबर अपराधियों का दुस्साहस इस कदर बढ़ा हुआ है कि उन्होंने गेल गैस कंपनी के एक कर्मचारी तक को पैसे कमाने का आफर दे डाला। दरअसल, उन्होंने पहले कर्मचारी को भी ठगने की नीयत से कॉल किया था, लेकिन जब कर्मचारी ने कड़क लहजे में बात करते हुए कहा कि वह खुद कंपनी का ही कर्मचारी है, तो ठगो ने बिना किसी हिचखिचाहट के कहा कि यह तो अच्छी बात है। तुम अगर हमारे साथ मिलकर काम करोगे तो वह उसे मोटी रकम देंगे। जिस पर कर्मचारी ने ठगों का फोन काट दिया और नंबर ब्लॉक कर दिया।
कनेक्शन काटने, बिल के लिए कभी नहीं की जाती कॉल
गेल गैस कंपनी के प्रभारी अधिकारी विनय कुमार का कहना है कि कभी भी किसी उपभोक्ता को ऐसे कॉल नहीं किए जाते हैं। ऐसे में सभी उपभोक्ता सचेत रहें कि कंपनी की तरफ से कोई कॉल नहीं आती है। बिल से संबंधित कॉल के लिए अधिकृत चार नंबरों से ही कॉल जाती है। यह नंबर उनके कनेक्शन बुक में भी लिखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी उपभोक्ता का बकाया है तो उसे लीगल नोटिस दिए जाते हैं, जिसका दो से तीन बार रिमाइंडर भी भेजे जाते हैं। कनेक्शन काटने की धमकी वाला कोई कॉल कंपनी की तरफ से नहीं जाता है।