- डिप्टी रजिस्ट्रार के आॅफिस में जाकर आंदोलनकारी रजिस्ट्रार का भी कर चुके घेराव
- बावजूद इसके आंदोलित कर्मचारियों की कोई भी अधिकारी नहीं ले रहा है सुध
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भू-माफिया के खिलाफ 60 दिन से गांधी आश्रम परिसर में कर्मचारी धरने पर बैठे हैं। ये धरना दिन रात चल रहा हैं। डिप्टी रजिस्ट्रार के आॅफिस जाकर आंदोलनकारी रजिस्ट्रार का घेराव भी कर चुके हैं। बावजूद इसके आंदोलित कर्मचारियों की सुध कोई अधिकारी नहीं ले रहा हैं। आंदोलनकारियों ने धमकी दी है कि मेरठ के स्तर पर उनकी सुनवाई नहीं होती है तो लखनऊ मुख्यमंत्री आवास पर भी ये धरना देने का प्लान बना रहे हैं।
कम से कम इसके बाद तो उनकी सुनवाई होगी। कर्मचारियों का कहना है कि 60 दिन पहले धरना आरंभ हुआ था। क्रमिक अनशन भी शुरू किया था। कई दिनों तक क्रमिक अनशन भी चला, लेकिन अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी। कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि 60 दिन नहीं, ये आंदोलन बारह माह चलाना पड़ा तो भी चलाएंगे। इसके बाद आंदोलन की रूपरेखा को बदलकर ये आंदोलन मेरठ की जगह लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के सामने चालू कर दिया जाएगा। इसके बाद तो कम से कम उनकी बात तो सुनी जाएगी।
जिन भू-माफिया के खिलाफ लखनऊ की हजरत गंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज हैं, फिर भी भू-माफियाओं को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा हैं? इस मुद्दे को लेकर भी धरना दिया जाएगा। इसमें पुलिस भी आरोपियों को बचाने का काम कर रही हैं। इसी वजह से अभी तक आरोपियों के घरों पर पुलिस ने दबिश तक नहीं दी, गिरफ्तारी तो दूर की बात हैं। धरने पर महेश पंत, प्रेमचंद, अनंद देव कौशिक, योगेश, राहुल आदि बैठे।