- गाजे-बाजे के साथ हुआ गणेश विर्सजन, यमुना घाट पर जुटे हजारों श्रद्धालु
- जानी नहर में मूर्ति विसर्जन करने गए थे श्रद्धालु, महिलाओं ने यमुना में किया मूर्तियों का विसर्जन
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: 10 दिन के बाद रविवार को गणपति विदा हो गए। गाजेबाजे के साथ धूमधाम से गणपति को जानी नहर में विसर्जित किया गया और उनसे अगले वर्ष फिर जल्दी आने की कामना की गयी। रंग गुलाल उड़ाते भक्तों के समूहों ने गणपति जी से कामना मांगी। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और महिलाओं ने यमुना में मूर्तियों का विसर्जन किया।
दस दिन से चल रहे गणेश उत्सव का रविवार को गणेश विर्सजन के साथ ही समापन हो गया। बागपत के बड़ा बाजार में शिव सेवा संघ व पुराना कस्बा स्थित बागेश्वर शिव मंदिर, सिसाना रोड स्थित भूमिया शिव मंदिर, कोर्ट रोड के सौजन्य से आयोजित गणेश उत्सव के अंतिम दिन भगवान गण्ोश का पूजन सम्पन्न कराया।
पूजन के बाद डीजे व ढोल नंगाड़ों के साथ भगवान गणेश की प्रतिमा को रथ पर विराजमान कर पूरे नगर में शोभायात्रा निकाली गयी। अबीर गुलाल उड़ाते व धर्मिक भजनों की धुन पर थिरकते भक्तों का जोश देखते ही बन रहा था। गणेश विर्सजन के अवसर पर श्रद्धालुओं ने जमकर गुलाल से होली खेली।
यात्रा में शामिल शिव पार्वती, राधाकृष्ण सांई बाबा की आकर्षक झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रही। यात्रा का कई स्थानों पर भव्य स्वागत किया गया व पुष्प वर्षा कि गयी। यात्रा नगर के बड़ा बाजार, सर्राफा बाजार, कोर्ट रोड़, यमुना रोड होते हुए यमुना घाट पर पहुंची।
यहां एक बार फिर भगवान गणेश की भव्य आरती का आयोजन किया गया। आरती में भगवान गणेश के जयकारों के बीच आरती सम्पन्न। पिछले वर्ष की तरह इस बार श्रद्धालुओं ने जानी ले जाकर नहर में भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा को विसर्जित किया। वहीं घरों में रखी भगवान श्रीगणेश की प्रतिमाओं को यमुना में जरूर विर्सजित किया।