नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। दीपावली पर माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जो धन, समृद्धि और सुख-शांति की देवी हैं। ऐसा माना जाता है कि, इस दिन माता लक्ष्मी धरती पर आती है इसलिए दिवाली की रात भक्त मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा आराधना करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कुछ लोगों के घरों में मां लक्ष्मी कभी वास नहीं करती हैं। तो चलिए जानते है इन लोगों के बारे में…
1. स्वच्छता का पालन न करने वाले लोग
धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि देवी लक्ष्मी स्वच्छता पसंद करती हैं। जो लोग घर को साफ-सुथरा नहीं रखते, उनके घर में लक्ष्मी का वास नहीं होता है। दीपावली के समय विशेष रूप से घर की सफाई का महत्व है। यदि घर में अस्वच्छता होगी, तो देवी लक्ष्मी वहां प्रवेश नहीं करतीं। इसलिए इस दिन घर को साफ-सुथरा और सुव्यवस्थित रखने का प्रयास करें।
2. देवी लक्ष्मी को है विनम्रता पसंद
जिन लोगों में दूसरों का सम्मान नहीं होता और वे हमेशा दूसरों का अपमान करते हैं, उनके घर में लक्ष्मी का वास नहीं होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ऐसा कहा गया है कि देवी लक्ष्मी को विनम्रता पसंद है और अहंकार और अपमान का भाव रखने वाले लोग उनकी कृपा से वंचित रह जाते हैं। इसीलिए हमें सभी के प्रति आदर का भाव रखना चाहिए।
3.धन का अपव्यय करने वाले लोग
जो लोग बिना सोचे-समझे धन का अपव्यय करते हैं, उनके घर में भी लक्ष्मी का ठहराव नहीं होता है। धन का सही तरीके से प्रबंधन और उचित उपयोग करना लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए आवश्यक है। इसलिए धन को सहेजकर और सोच-समझकर खर्च करने का प्रयास करें।
4.बुजुर्गों का सम्मान न करने वाले लोग
जो लोग अपने माता-पिता या बुजुर्गों का सम्मान नहीं करते, उनके घर में भी लक्ष्मी का वास नहीं होता है। देवी लक्ष्मी उन घरों में निवास करती हैं, जहां बुजुर्गों का आदर-सम्मान होता है।
5. झूठ बोलने वाले लोग
जो लोग झूठ बोलते हैं, धोखा देते हैं, और अपने लाभ के लिए दूसरों को हानि पहुंचाते हैं, उनके घर में भी लक्ष्मी का वास नहीं होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सत्य और ईमानदारी को देवी लक्ष्मी प्रिय हैं। छल, कपट और झूठ के मार्ग पर चलने वाले लोग धन के अभाव से घिरे रहते हैं। इसलिए सच्चाई और ईमानदारी का पालन करना चाहिए।
6. अन्न का अपमान करने वाले लोग
जो लोग अन्न का अपमान करते हैं और भोजन को बेकार फेंकते हैं, उनके घर में माता लक्ष्मी का स्थायी निवास नहीं होता है। अन्न को देवी अन्नपूर्णा का प्रतीक माना जाता है और इसका अपमान करने से देवी लक्ष्मी नाराज होती हैं। इसीलिए भोजन का आदर करें, जितना आवश्यक हो उतना ही लें और व्यर्थ न फेंकें।