- धरने पर बैठे किसानों ने डीएम और कप्तान की भी न सुनी
जनवाणी संवाददाता |
सरसावा: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय आह्वान पर सरसावा टोल प्लाज पर किसान अनिश्चित कालीन धरने पर डट गए हैं। किसानों को समझाने पहुंचे डीएम, एसएसपी व एसडीएम के बीच दो चरणों में चली वार्ता बेनतीजा रही। किसानों ने कहा जब तक सरकार किसान विरोधी कानून वापस नहीं लेती, तब तक किसान दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में हाइवे पर स्थित टोल प्लाजा पर धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय आह्वान पर नेशनल हाइवे स्थित टोल प्लाजा पर किसानों का अनिश्चित कालीन धरना आज दूसरे दिन भी जारी रहा। बुधवार करीब 11 बजे धरने पर बैठे किसानों के बीच पहुंचे डीएम अखिलेश सिंह, एसएसपी एस चेनप्पा व एसडीएम नकुड़ हिमांशु नागपाल ने टोल प्लाजा पर बने एक कमरे में किसानों से वार्ता की। करीब 1 घण्टा चली वार्ता के दौरान किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे। इसके बाद करीब 12 बजे धरना स्थल पर पहुंचे।
भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष विनय चौधरी, जिलाध्यक्ष चौ.चरण सिंह,जिला उपाध्यक्ष सुरेश प्रमुख, ब्लॉक अध्यक्ष स. भोला सिंह एवम् प्रशासनिक अधिकारियों के बीच एक बार फिर वार्ता शुरू हुई जिसमें भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष विनय चौधरी ने प्रशासनिक अधिकारियों को दो टूक कहा कि जब तक सरकार किसान विरोधी कानून को वापस नहीं लेती, तब तक भाकियू के राष्ट्रीय आह्वान पर धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
किसान सरकार द्वारा कोविड-19 के निदेर्शो का पालन करते शान्तिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे। डीएम अखिलेश सिंह ने बताया कि कोविड-19 के चलते किसानों को धरना समाप्त करने के लिए कहा गया है।
किसानों ने आश्वस्त किया है कि वह टोल को बंद नही कराएंगे अपने राष्ट्रीय नेतृत्व से बात कर आगे की कार्यवाही की जाएगी। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष संजय चौधरी, ब्लॉक उपाध्यक्ष चौधरी बबलू, ब्लॉक उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह लाड़ी,तहसील उपाध्यक्ष देवेन्द्र चौधरी,सदर तहसील अध्यक्ष भीम सिंह, मीडिया प्रभारी स. हरि सिंह, तहसील उपाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर, जिला संगठन मंत्री महिपाल, ब्लॉक अध्यक्ष नागल राजपाल के अलावा सैकड़ों की तादात में किसान मौजूद रहे।