Saturday, September 30, 2023
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कांवड़ यात्रियों के बीच हॉफ गई रोडवेज

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  • मुरादाबाद-बरेली की ओर जाने के लिए घंटों तक भटकते रहे यात्री
  • मेरठ परिक्षेत्र की दर्जनों बसें हरिद्वार और मंगलौर के बीच फंसीं, यात्री परेशान

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: कांवड़ यात्रियों की उमड़ते सैलाब के बीच मेरठ मंडल के तीनों डिपो में 542 बसों को रिजर्व रखने की व्यवस्था भी बौनी साबित होकर रह गई है। मेरठ परिक्षेत्र समेत मंडल की बसें काफी संख्या में हरिद्वार और मंगलौर के बीच फंसकर रह गई हैं। जिसके कारण इस मार्ग पर अन्य रूट से हटाकर बसों को चलाने की व्यवस्था की गई है। हालांकि दूसरे मार्गों पर भी बसों के संचालन में आए व्यवधान के कारण यात्रियों का इधर-उधर भटकते हुए देखा जा रहा है।

कांवड़ यात्रियों की आमद को दृष्टिगत रखते हुए पहले ही मेरठ परिक्षेत्र से 232, गाजियाबाद परिक्षेत्र से 250 और नोएडा परिक्षेत्र से 60 बसें शामिल आरक्षित की गई हैं, जिन्हें कई दिनों से हरिद्वार और उत्तराखंड से संबंधित अन्य मार्गों पर चलाया जा रहा है। शिवभक्तों का आवागामन बढ़ने के साथ ही मेरठ डिपो और भैंसाली डिपो से बसों का संचालन पूरी तरह बंद करके इन डिपो की बसों को सोहराब गेट डिपो से संचालित किया जा रहा है। सोहराब गेट से ही कांवड़ यात्रियों के जरूरत के अनुसार हरिद्वार और अन्य गंतव्यों के लिए बसें संचालित की जा रही हैं।

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मेरठ से मुजफ्फरनगर के लिए जानसठ से होकर निकालने की व्यवस्था की गई है। जबकि कोशांबी, गाजियाबाद, दिल्ली जैसे मार्गों पर बसों को किठौर होकर चलाया जा रहा है। तीन डिपो की बसों का संचालन सोहराब गेट से किए जाने के कारण एआरएम सोहराब गेट राकेश कुमार के अलावा सेवा प्रबंधक लोकेश राजपूत, एआरएम फाइनेंस मुकेश कुमार अग्रवाल और अधीनस्थ अधिकारियों की टीम को सोहराब गेट पर ही लगाया गया है। जहां देर रात तक कावंडियों के लिए बसों की व्यवस्था में अधिकारियों को लगे हुए देखा जा सकता है।

हालांकि इसके बावजूद कांवड़ यात्रियों को बसों के लिए काफी देर तक इंतार करना पड़ रहा है। इस बीच उत्तराखंड के दौरे से लौटे केन्द्र प्रभारी आसिफ अली ने अधिकारियों को रिपोर्ट दी कि मंगलौर में कांवड़ियों की भारी तादाद के बीच सैकड़ों की संख्या में बसें फंसी हुई हैं। इनमें मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, अलीगढ़, आगरा परिक्षेत्र की कई दर्जन बसें भी शामिल हैं। बसों की संख्या कम पड़ जाने के कारण बरेली-मुरादाबाद मार्ग पर भी यात्रियों की संख्या के अनुरूप संचालन करने में व्यवधान आ रहा है। मेरठ में बीटीसी के पेपर देने आए वैभव मिश्रा, रंजना मिश्रा, गुलशन कुमार, महेश परमार, सत्यवीर आदि ने बताया कि वे कई घंटे से बरेली-मुरादाबाद जाने वाली बस के लिए भटक रहे हैं।

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हालांकि एआरएम राकेश कुमार का कहना है कि आगरा अलीगढ़ मार्ग पर बसें संचालित हो रही हैं। जबकि कांवड़ियों की संख्या को देखते हुए गजरौला मार्ग पर दिन में कई बार रूट को बंद करना पड़ा है। मुजफ्फरनगर रूट को पहले से ही परिवर्तित करके जानसठ की तरफ से निकाला जा रहा है। हल्द्वानी की बसों को बिजनौर होकर निकाला गया है।

डिपो वर्कशॉप के लिए जारी किए निर्देश

एसएम लोकेश राजपूत ने बताया कि बारिश के मौसम को देखते हुए परिक्षेत्र के समस्त डिपो की वर्कशॉप के लिए सख्त आदेश जारी किए गए हैं। जिनमें बसों की हैडलाइट, वाईपर, शीशे छत पर केमिकल लगाने पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि बरसात के दौरान कुछ बसों के टपकने की शिकायतें ट्विटर के माध्यम से और मोबाइल के माध्यम से अधिकारियों से की गई हैं। जिसके बाद से सभी वर्कशॉप में फिर से निर्देश जारी किए गए हैं।

बसों के संचालन में फेरबदल

बसों के संचालन में तत्काल प्रभाव से परिवर्तन किया गया है। सीएनजी और वॉल्वो बसों को सोहराब गेट से हटाकर लोहियानगर भेज दिया गया है। इन सभी बसों का संचालन कांवड़ यात्रा जारी रहने तक लोहियानगर से ही किया जाएगा। नगर और ग्रामीण क्षेत्र में संचालित हो रही सिटी बस सेवा पर कांवड़ यात्रा का काफी प्रभाव पड़ा है। कुछ मार्गों पर बसों की संख्या को सीमित भी कर दिया गया है।

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