Monday, July 1, 2024
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Health Tips: गर्मियों में फूड पॉइजनिंग का बढ़ जाता है खतरा, ऐसें रखें अपने स्वास्थ्य की देखभाल

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जनवाणी ब्यूरो |

नई दिल्ली: गर्मियों में सेहत का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है। इस मौसम कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। हाई टेमप्रेचर और तेज धूप के कारण हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही खान-पान को लेकर भी सावधानी बरतनी चाहिए वराना फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल, गर्मी के दिनों में ज्यादा देर तक रखे भोजन या पेय पदार्थों में बैक्टीरिया तेजी से बढ़ने लगते हैं। दूषित भोजन का सेवन करने से आप फूड पॉइजनिंग और पाचन से संबंधित कई गंभीर समस्याओं के शिकार हो सकते हैं।

जैसे पेट खराब होना, दस्त और उल्टी की दिक्कत हो सकती है। वहीं अगर समय पर विषाक्तता का इलाज न हो पाए तो इसके कारण गंभीर निर्जलीकरण और इससे संबंधित अन्य दिक्कतें भी बढ़ने लगती हैं। तो आइए जानते हैं कि खाने वाले पॉइजनिंग के क्या कारण होते हैं और इससे बचाव के लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए…

गर्मी में मुख्य कारण होता है फूड पॉइजनिंग का..

फूड पॉइजनिंग की समस्या मुख्यरूप से ऐसे भोजन खाने से होती है जो किसी प्रकार के बैक्टीरिया या वायरस से संक्रमित होते हैं। जब आप दूषित खाद्य पदार्थ खाते हैं, तो पाचन तंत्र में बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं और संक्रमण का कारण बनते हैं। भोजन के रखरखाव में लापरवाही, भोजन पकाते समय स्वच्छता की कमी या फिर बासी चीजें खाने से फूड पॉइजनिंग हो सकती है। समय रहते इसके लक्षणों की पहचान और इसका उपचार किया जाना आवश्यक माना जाता है।

इस तरह के हो सकते है लक्षण

फूड पॉइजनिंग के लक्षण बीमारी के कारणों के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। सामान्यतौर पर भोजन विषाक्तता के कारण पेट खराब होने, उल्टी आने, दस्त, पेट में दर्द और ऐंठन, शौच से खून आने, बुखार के साथ सिरदर्द की समस्या हो सकती है। समय रहते इसका उपचार न हो पाने की स्थिति में निगलने में समस्या, कमजोरी का खतरा भी बढ़ जाता है। उल्टी-दस्त पर अगर समय रहते नियंत्रण न पाया गया तो इसके कारण गंभीर रूप से डिहाइड्रेशन हो सकता है, जो स्वास्थ्य जटिलताओं को और भी बढ़ाने वाली हो सकती है।

अगर खाने से दिक्क्त हो जाए तो क्या करें?

भोजन विषाक्तता का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि आपके लक्षण कितने गंभीर हैं और बीमारी का कारण क्या है? शरीर में तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को दूर करने के लिए फ्लूइड चढ़ाने की आवश्यकता हो सकती है। यदि बीमारी बैक्टीरिया के कारण हुई है तो आपको एंटीबायोटिक की भी जरूरत हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं फूड पॉइजनिंग के खतरे से बचे रहने के लिए कुछ बातों पर विशेष ध्यान देते रहना जरूरी है।

बचने के लिए करें ये उपाय

  • एक्सपर्ट्स कहते हैं, फूड पॉइजनिंग न हो इसके लिए जरूरी है कि आप कुछ सामान्य से उपायों का निरंतर पालन करते रहें।
  • नियमित रूप से अपने हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं।
    खाने से पहले और बाद में हाथ जरूर धोएं।
  • फलों और सब्जियों को अच्छी तरह से धोकर ही खाएं। रसोई के बर्तनों को अच्छी तरह साफ करें।
  • कच्चा या अधपका भोजन न खाएं। भोजन को बहुत देर तक न रखें। फ्रिज में भी भोजन को अच्छी तरह से ढककर ही रखें।
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