- रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा तापमान, दिनभर घरों में दुबके लोग
- आज से और बढ़ेगा लू का प्रकोप, तापमान में होगी बढ़ोत्तरी
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: उत्तर प्रदेश में अगले 48 घंटे तक गर्मी का कहर भरपूर रहेगा। गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच आसमान से आग बरसेगी। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो तापमान 44 डिग्री तक पहुंच सकता है। मौसम में दिख रहे परिवर्तन के चलते शनिवार को गर्मी का असर तेज रहा तापमान 40 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है और गर्मी से राहत नहीं मिल रही है।
राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं ने वेस्ट यूपी में तापमान को बढ़ा दिया है। गर्मी का यह रूप आने वाले दिनों में और भी बढ़ेगा। आगामी 48 घंटे तक गर्मी से कोई राहत की आसान नहीं है। दिन और रात के तापमान में लगातार बढ़ोतरी होने से मौसम गर्म बना रहेगा। गर्मी का असर दिन में ज्यादा होने के कारण तापमान सामान्य से ऊपर पहुंच गया है।
दिन का अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री व रात का न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री पर पहुंच गया है। कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि 48 घंटे तक मौसम गर्म बना रहेगा सामान्य से ऊपर रहेगा और लू से राहत नहीं मिलेगी तापमान 44 डिग्री तक पाउच सकता है।
सड़कों पर रहा सन्नाटा
इस समय गर्मी का रौद्र रूप बढ़ने के कारण आमजन पर भी उसका असर साफ दिखाई दे रहा है। गर्मी के साथ-साथ लू के चलने के कारण जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। ऐसे मौसम में आमजन को गर्मी से बचाव की जरूरत है। बुधवार का दिन गर्म होने के साथ-साथ लू के थपेड़ों का असर इतना ज्यादा था कि दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ था और लोग घरों में कैद हो रहे थे शाम को सूरज ढलने के बाद भी गर्मी से राहत नहीं मिल रही थी।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए हानिकारक है भीषण गर्मी
दौराला सामुदायिक केंद्र के प्रभारी डॉ. विपुल कुमार का कहना है कि इस समय गर्मी और लू का असर ज्यादा है। ऐसे में यह मौसम बच्चों और बुजुर्गों के लिए बहुत ही हानिकारक है। इस तरह के मौसम में दोनों की देखभाल बहुत जरूरी है। जरूरतमंद लोग ही घर से बाहर निकले और बुजुर्गों व बच्चों को इस गर्मी और लू के थपेड़ों से बचाए घर से बाहर निकलने पर अपने शरीर को ढककर रखें और मुंह पर मास्क का अवश्य प्रयोग करें। साथ ही बाहर ठंडे पदार्थों का कम से कम प्रयोग करें और दिन में अधिक से अधिक पानी का सेवन करें।
आगे भी गरम रहेगा मौसम
आने वाले दिनों में मौसम में परिवर्तन हो जाएगा। फिलहाल गर्मी से राहत के सामने की धीरे-धीरे तापमान में बढ़ोतरी के साथ मई रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। मई में शनिवार को तापमान सबसे अधिक रिकॉर्ड किया गया। जिस कारण से उसने पिछले साल का भी रिकॉर्ड तोड़ते हुए नए रिकॉर्ड बना है। आने वाले समय में दो से तीन डिग्री के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है।
फसलों के लिए भी बेहद खराब है गर्मी
फसलों को लेकर भी काफी असर इस गर्मी का पड़ रहा है। क्योंकि यह गर्मी फसलों के लिए बेहद खराब है। बेल वाली फसलों के लिए यह गर्मी बेहद खराब है। खासकर सब्जी की खेती करने वाले किसानों के चेहरे पर सिकन दिखाई दे रही है। कृषि वैज्ञानिकों की माने तो उनका कहना है कि वह अपनी फसलों को समय से सिंचाई करते रहे अन्यथा वह खराब हो जाएगी। यह गर्मी इसके लिए बेहद खराब है।