जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: इंग्लैंड के खिलाफ दुसरे टेस्ट में ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा से बड़ी पारी की उम्मीद थी। रोहित ने फैनस की उम्मीदों पर उतरते हुए शानदार शतक लगाकर फॉर्म में वापसी की। शनिवार को चेन्नई टेस्ट के पहले दिन रोहित ने अपने करियर का 7वां और इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट शतक जड़ा।
Applause from the Chepauk crowd 👌
Dressing room on its feet 👏
A congratulatory hug from Ajinkya Rahane 👍Appreciation from all round for @ImRo45 as he completes a fine hundred in tough conditions. 🙌🙌 @Paytm #INDvENG #TeamIndia
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— BCCI (@BCCI) February 13, 2021
रोहित ने 130 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जिसमें 14 चौके और 2 छक्के शामिल रहे। अक्टूबर 2019 के बाद से रोहित का यह पहला शतक है, जब उन्होंने साऊथ अफ्रीका के खिलाफ रांची टेस्ट में डबल सेंचुरी 212 रन लगाई थी।
रोहित शर्मा ने मोईन अली की गेंद पर दो रन लेकर अपना शतक पूरा किया रोहित का बतौर ओपनर यह चौथा और भारतीय सरजमीं पर 7वां टेस्ट शतक है। अपना 36वां टेस्ट खेल रहे रोहित पारी की शुरुआत से ही लय में दिख रहे थे।
पारी के तीसरे ओवर की पहली गेंद पर बेहतरीन स्टुअर्ट ब्रॉड कवर ड्राइव जड़ा, जिसे देखकर विराट कोहली हैरान भी रह गए। रोहित ने आक्रमक बल्लेबाजी करते हुए महज 47 गेंदों फिफ्टी पूरी की।
रोहित शर्मा ने अपना टेस्ट करियर की शुरुआत 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ की थी। कोलकाता में डेब्यू करते हुए रोहित ने 177 रन बनाए थे। दूसरे टेस्ट में भी उन्होंने नाबाद 111 रन बनाए थे। मिडिल ऑर्डर में लगातार फेल होने के बाद रोहित को टेस्ट में भी ओपनिंग का मौका मिला।
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फॉर्म पर उठ रहे थे सवाल
2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ विशाखापत्तनम में रोहित पहली बार टेस्ट मैचों में ओपनिंग करने उतरे। उन्होंने उस टेस्ट में 176 और 127 रनों की पारी खेली थी। रोहित ने पूरी टेस्ट सीरीज में एक दोहरे शतक सहित तीन शतक जड़े थे। तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में रोहित सबसे ज्यादा 529 रन बनाकर मैन ऑफ द सीरीज रहे थे।
इस टेस्ट से पहले रोहित ने पिछली 8 पारियों में महज 174 रन बनाए थे। इस वजह से उनके फॉर्म पर सवाल उठाए जा रहे थे। रोहित इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट की दोनों पारियों को मिलाकर महज 18 रन बना पाए थे। वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी दो टेस्ट मैचों में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए। उन्होंने सिडनी टेस्ट में 26 और 52 रनों की पारियां खेली थीं। उसके बाद ब्रिस्बेन में 44 और 7 रन बनाए थे।