Wednesday, July 3, 2024
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पाबंदी के बावजूद मनसबिया में हो रहे अवैध निर्माण

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  • वक्फ मनसबिया में मुतवल्ली की शह पर चल रहा लूट का खेल
  • सहायक सर्वे कमिश्नर ने अवैध निर्माण पर लगा रखा है प्रतिबंध

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: ये भी कमाल की बात है। टीचर है तो पुराने जमाने के, लेकिन उनको पसंद है तड़क-भड़क के नये स्टाईल के मकान में रहने का। लिहाजा पुराने जमाने के इन टीचर हजरात को अपने मन मुताबिक आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित रिहाइशगाह चाहिए। इसके लिए उन्होंने पहले तो मुतवल्ली से सेटिंग कर ली। इसके बाद धड़ल्ले से उस वक्फ प्रापर्टी में रद्दोबदल का काम शुरू कर दिया, जहां सहायक सर्वे कमिश्नर ने अवैध निर्माण पर प्रतिबंध लगा रखा है।

शिया और सुन्नी वक्फ की पूरे देश भर में अरबों से खरबों रुपये की जायदादें हैं। इन जायदादों को बचाने और बिकने से रोकने के लिए सभी सूबों में वक्फ बोर्ड की भी तामीर की जाती है। इन वक्फ जायदाद को बिकने और गलत हाथों में जाने से रोकने के लिए सभी वक्फ प्रापर्टी में इस उम्मीद से मुतवल्लियों की नियुक्ति की जाती है कि वह वक्फ जायदाद को बचायेंगे। लेकिन जब वक्फ मुतवल्ली की नीयत खुद डांवाडोल हो जाती है और उनको पैसों की चमक दिखती है।

तो फिर वह वक्फ की जायदादों को खुर्द-बुर्द करने में पल भर की भी देरी नहीं करते हैं। ऐसे ही एक वक्फ प्रापर्टी में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड की मेरठ में मनसबिया के नाम से प्रापर्टी है। वक्फ मनसबिया में इतिहास गवाह है कि जिसका जहां दांव चढ़ा। उसने वक्फ जायदाद को ठिकाने लगाने में पल भर की देरी नहीं की। किसी ने अपने मरहूम वालिद की कब्र रास्ते में बनवा दी तो किसी ने कब्रिस्तान में कब्रों की जगह ही बेचकर वहां पार्किंग खुलवा दी।

पुराने टीचर को पसंद है नये स्टाइल में रहना

ताजा मामला मनसबिया से जुड़े उस टीचर हजरात का है, जो है तो पुराने जमाने के बच्चों को पढ़ाने के लिए। लेकिन नवाब साहब को नये स्टाइल के मकान में रहने का शौक है। मनसबिया के अदीब, अदीब कामिल, अदीब माहिर और मुअल्लिम के तालिब इल्मों को पढ़ाने के लिए यहां मौलाना अथहर अहमद काजमी की नियुक्ति की गई है। इन मौलाना ने मनसबिया में रहने वाले वसी हैदर एडवोकेट मरहूम के मकान को खरीदा।

वसी हैदर के वारिसान दिल्ली तथा दूसरे शहरों में रहते हैं। लिहाजा वह यहां नहीं रहते तो उन्होंने यह मकान बेच दिया। मौलाना अथहर अहमद काजमी ने शिकमी किरायेदार बनकर मकान तो खरीद लिया। लेकिन यह मकान पुराने स्टाइल का था। लिहाजा इस मकान में अपने तौर तरीके से इन्होंने खुलकर रद्दोबदल कराना शुरू कर दिया।

वक्फ जायदाद में रद्दोबदल पर है प्रतिबंध

मनसबिया वक्फ की जायदाद में किसी भी तरह के रद्दोबदल पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगा रखा है। सहायक सर्वे कमिश्नर (वक्फ) मौहम्मद रूहेल आजम ने इस संबंध में बाकायदा शासनादेश जारी कर रखा है। जिसमें साफ हिदायत दी गई है कि संबंधित वक्फ बोर्ड की अनुमति के कोई भी नयी किरायेदारी में रद्दोबदल न की जाये और न ही कोई निर्माण मरम्मत कार्य किया जाये।

इस संबंध में सहायक सर्वे कमिश्नर (वक्फ) ने बाकायदा मनसबिया के मुतवल्ली को नोटिस भी जारी कर रखा है। इस संबंध में मौलाना अथहर अहमद काजमी का कहना है कि मकान में थोड़ा बहुत प्लास्तर का काम कराया गया है। वहीं मनसबिया के मुतवल्ली दानिश जाफरी दावा करते हैं कि वह पाक दामन है। उन्होंने मनसबिया के किसी भी मकान में निर्माण या नवनिर्माण की बात को सिरे से खारिज किया।

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