- औघड़नाथ मंदिर रोड से हटाई जाएगी अवैध झोपड़ियां
- नगर निगम के साथ मिलकर आबूनाले की सफाई को तैयार कैंट बोर्ड
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी जाकिर हुसैन ने कहा कि ने कहा कि कैंट क्षेत्र में अवैध निर्माणों को चिह्नित करके ध्वस्तीकरण अभियान चलाया जाएगा। औघड़नाथ मंदिर रोड पर अवैध झोपड़ियां भी हटाई जाएंगी। उन्होंने कैंट बोर्ड द्वारा नगर निगम के साथ मिलकर आबू नाले की सफाई करने पर भी सहमति जताई। सीईओ ने कांवड़ यात्रियों को पूर्व की भांति कैंट बोर्ड द्वारा दी जाने वाली सभी सेवाएं दी जाएंगी।
कैंट बोर्ड के सीईओ जाकिर हुसैन ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कैंट बोर्ड अवैध निर्माणों को चिह्नित कर रहा है, जिनका मुकदमा कोर्ट में चल रहा है, उन्हें छोड़कर अन्य अवैध निर्माणों का ध्वस्तीकरण कैंट बोर्ड के जेई, एई, प्रशासनिक, पुलिस अधिकारियों की संयुक्त टीम के साथ किया जाएगा। कैंट क्षेत्र की संपत्तियों पर हुए अवैध कब्जों को भी हटवाया जाएगा। इसके लिए भी फाइलों को खंगाला जा रहा है। पत्रकारों द्वारा औघड़नाथ मंदिर रोड पर झोपड़ियां डालकर रह रहे बाहरी लोगों को हटाने के सवाल पर सीईओ ने कहा कि इसका पता लगाकर उन्हें भी हटवाया जाएगा।
कैंट क्षेत्र में अवैध डेयरियां संचालित होने के सवाल पर जाकिर हुसैन ने कहा कि अवैध रूप से चल रहीं डेयरियों को भी कैंट क्षेत्र से बाहर किया जाएगा। कैंट क्षेत्र में निराश्रित पशुओं की समस्या पर सीईओ ने कहा कि गोवंश को गोशाला में भेजने के गोशाला संचालकों से बात की जाएगी। कांवड़ यात्रा में सेवाएं देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूर्व की भांति जो सेवाएं कैंट बोर्ड द्वारा दी जा रही थी, वे सभी सेवाएं दी जाएंगी। लाइटों और पार्किंग का टेंडर निकाल रहे हैं। नालों की सफाई के सवाल पर उन्होंने कहा कि नालों की सफाई कराई जा रही है। सफाई व्यवस्था उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने निरीक्षण में अनेक स्थानों पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के आदेश दिए हैं।
पत्रकारों ने सवाल किया कि प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह द्वारा हाल ही में आबू नाले की गंदगी देखकर नगर निगम के अफसरों को कैंट बोर्ड को अपने संसाधन उपलब्ध कराकर सफाई करने के आदेश दिए थे, क्या कैंट बोर्ड नगर निगम के साथ नाला सफाई करेगा? सीईओ ने कहा कि यह अच्छी पहल होगी। इस संबंध में नगर निगम के अफसरों से शीघ्र संपर्क किया जाएगा। कैंट में कूड़ा निस्तारण न होने के सवाल पर सीईओ ने कहा कि एक एमआरएफ सेंटर कल ही चालू हुआ है। अन्यों को सभी शीघ्र चालू कराया जाएगा। जिस तरह स्वच्छ सर्वेक्षण में मेरठ कैंट बोर्ड दूसरे स्थान पर था, कोशिश की जाएगी की प्रथम स्थान प्राप्त करे। उन्होंने कैंट बोर्ड में फंड की कमी का जिक्र किया और कहा कि इसके लिए मुख्यालय स्तर पर प्रयास किया जाएगा।