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सर्विस रोड पर बेहताशा बेतरतीब तरीके से वाहन चलने के कारण भी बढ़े हादसे, आखिर इन हादसों का जिम्मेदार कौन?
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: अपनी सुविधा के लिए लोग दूसरों की जान जोखिम में डालने में कोई गुरेज नहीं करते। इसकी बानगी फोरलेन हाइवे पर देखी जा सकती है। कई जगह अवैध कट होने से आए दिन हादसे हो रहे हैं, फिर भी इस ओर प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है। एनएचएआइ हाइवे की मरम्मत और रखरखाव के नाम पर रोजाना लाखों रुपये टोल वसूलता है। इसके बावजूद सड़क की सफाई, देखभाल एवं मरम्मत में लापरवाही बरती जा रही है।
इसके साथ ही सुरक्षा मानकों का भी पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे रोजना हादसे होते हैं। हाइवे पर डिवाइडर तो बनाए गए हैं, लेकिन थोड़ी-थोड़ी दूर पर कट बना दिए गए हैं। इन कटों को दर्शाने के लिए संकेतक नहीं लगाए गए हैं। इसके साथ ही कई जगह लोगों ने अपनी सहूलियत के हिसाब से अवैध कट बना लिए हैं। एनएच-58 को जगह-जगह से तोड़कर पब्लिक ने अपनी सुविधा के मुताबिक जो कट बनाए हैं, आज वही लोगों के लिए मौत के कट बन गए हैं।
यहां पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन प्रशासन इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। इस तरह के गैरकानूनी कट हैं। गलत तरीके से बनाए गए कटों को प्रयोग करने के कारण लोग दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं, क्योंकि कई बार वाहन चालक हाइवे पर पीछे से आ रहे वाहन को नहीं देख पाते या उनका ध्यान आ रहे वाहन पर नहीं होता है। जिस कारण वे उनकी चपेट में आ जाते हैं और उनमें से कई मौत के मुंह में समा जाते हैं।
एनएच-58 के बीच डिवाइडर को तोड़कर खड़ौली पर कट बना दिए गए हैं। जल्दबाजी तथा शार्ट कट के चक्कर लोग जान जोखिम में डालकर इसका प्रयोग करते हैं। ऐसा नहीं है कि इन अवैध रूप से बनाए गए कटों का प्रशासन या हाइवे अधिकारियों को पता नहीं है। सब कुछ पता होते हुए भी वे जानबूझकर अनजान बने हुए हैं। प्रशासन की यह लापरवाही हादसों का कारण बन सकती है। एनएच-58 सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है। इस मार्ग पर आए दिन सड़क हादसे होते हैं।
जिनमें कुछ लोग घायल होते हैं तो कुछ की मौत हो जाती है। इस मार्ग पर सबसे अधिक दुर्घटनाएं होती हैं। उसके बावजूद आज तक किसी भी अधिकारी ने इस ओर ध्यान देने का प्रयास नहीं किया है। एनएच-58 पर जगह-जगह खुले अवैध कट और सर्विस रोड पर नियम के विरुद्ध चलने वाले वाहन मौत का कारण बने हुए है। हाइवे पर इन परेशानियों के चलते जगह-जगह जहां जाम की भयंकर समस्या उत्पन होती है।
वहीं, आए दिन दर्दनाक हादसे भी होते हैं। पिछले कई वर्षों से हाइवे पर इनके कारण हादसों का ग्राफ बढ़ा है। आए दिन एक के बाद एक मौत हो रही है, लेकिन इनका जिम्मेदार कौन है और परेशानियों का आज तक कोई समाधान क्यों नहीं हुआ है? परतापुर से लेकर दादरी तक 16 किमी का एरिया एनएच-58 के अधीन है। हाइवे पर अवैध रुप से लगातार अवैध कट खुल रहे हैं।
हाइवे के नजदीक गांव के ग्रामीणों द्वारा अवैध रूप से हाइवे पर आने-जाने के लिए कट खोल दिए गए है। इन कटों के खोलने से हाइवे से गुजरने वाले यात्रियों को मौत का शिकार होना पड़ता है। हाइवे पर बनी सर्विस रोड़ पर बेतरतीब तरीके से वाहनों के खड़े होने के कारण हादसों का ग्राफ बढ़ रहा है। क्योंकि इन वाहनों को बेतरतीब तरीके से खड़ा कर दिया जाता है और अलसुबह नींद की झपकी लगने के कारण यहां वाहनों में भिड़ंत हो जाती है।
हाइवे पर एक वर्ष का रिकॉर्ड
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सर्विस रोड पर हादसे लगभग 65
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सविस रोड पर हादसों में मौत 13
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अवैध रूप से खुले कट 24
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अवैध रूप से खुले कटों के कारण घायल 70
कहां-कहां है हाइवे पर अवैध कट?
हाइवे पर लगभग 24 से अधिक स्थानों पर अवैध रूप से कट खोले गए हैं। जिनमें खड़ौली, कैलाशी हॉस्पिटल के सामने, खिर्वा चौपले के पास, सिवाया गांव के पास, पल्लवपुरम फेज वन के पास, दौराला गांव के सामने समेत 24 स्थान ऐसे हैं। जहां अवैध रूप से कट खोल दिए गए है।
हाइवे पर अवैध रुप से खुले कटों को बंद किया जाता है, लेकिन उसके बाद भी ग्रामीणों द्वारा खोल दिया जाता है। सर्विस रोड पर टोल की रूट पेट्रोलिंग गाड़ियां गश्त करती है। वाहनों को सही और नियमित स्थान पर खड़ी करने के लिए निर्देशित कर्मचारियों द्वारा किया जाता है। हाइवे पर जो दोबारा से अवैध कट खुले हैं। उन्हे शीघ्र बंद कराया जाएगा।
-ब्रजेश सिंह, मेंटीनेंस अधिकारी टोल प्लाजा
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