- सौंधेबांस घाट का हरियाणा से है कनेक्शन, माफिया का इकबाल बुलंद
वरिष्ठ संवाददाता |
सहारनपुर: सरकारी नियमावली को ठेंगा दिखाककर चिलकाना क्षेत्र में सोंधेबांस समेत कुछ अन्य घाटों पर खनन माफिया रेत पर फिसल कर चांदी कूट रहे हैं। पत्थर, बजरी और कोरसेंट में भी मोटी कमाई कर रहे हैं। इस तरह की अंधेरगर्दी पर विभागीय अधिकारी भी मौन हैं। जेसीबी से यमुना की कोख हर रोज छलनी हो रही है।
बता दें कि बड़े पैमाने पर चिलकाना में रेत , बजरी , पत्थर और कोरसेंट का खनन व परिवहन हरियाणा राज्य में पहुंच रहा है। इसकी शिकायत जिलाधिकारी से लेकर खान अधिकारी तक पहुंच चुकी है।
पुलिस है कि इसे दूसरे विभाग का कार्य मानकर हाथ पर हाथ धरे बैठी है। अवैध खनन को लेकर कभी बदनाम बेहट और मिजार्पुर का स्थान चिलकाना और सरसावा ने ले लिया है। वर्तमान में बड़े पैमाने पर अवैध खनन व परिवहन किया जा रहा है। बीते दिनों इसका खुलासा भी हो चुका है।
जानकारी के मुताबिक सोंधेबांस में किसान राजेन्द्र कुमार को 220 रुपए घनमीटर पर 3.486 हेक्टेयर जमीन से 69700 घनमीटर रेत व बोल्डर 2 मीटर की गहराई में 30 जून 2021 तक निकालने की अनुमति दी गई है। बता दें कि सोंधेबांस से हरियाणा राज्य की सीमा बहुत नजदीक है। यहां से सारा माल बिना पेपर के ही हरियाणा राज्य में पहुंचाया जा रहा है।
चूंकि वैध प्रपत्र पर माल हरियाणा जा नहीं सकता है। इसलिए वहां से सौ ट्रक यदि हरियाणा भेजा गया तो वैध प्रपत्र मात्र 25 ट्रक का यू.पी. के क्रशर के नाम का बनाया जा रहा।इस खेल में खनन माफिया और क्रशर स्वामी दोनों को फायदा है। खनन माफिया निर्धारित मात्रा से काफी ज्यादा खुदाई कर रहा है तो क्रेशर स्वामी का स्टॉक बढ़ रहा है। इस मामले में जिला खान अधिकारी आशीष कुमार से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि ऐसी शिकायतें मिल रही हैं पर सही लोकेशन की तलाश है।
यह शिकायत सही सबिईत हुयी तो खेत स्वामी के साथ ही खनन माफिया और क्रेशर स्वामी के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि उनके सिस्टम में हरियाणा माल भेजने के लिए अभी तक पेपर जनरेट नहीं हो रहा है। थाना चिलकाना के सौंधेबाँस में कृषि पट्टे की आड़ में अन्य गांव का एक पूर्व प्रधान खनन माफियाओं के साथ मिलीभगत कर यूपी से हरियाणा में अवैध खनन और उसका अवैध परिवहन का कारोबार कर रहा है।
ये खनन माफिया पिछले काफी लम्बे समय से अवैध खनन के इस काले कारोबार में लिप्त है और हरियाणा के खनन माफियाओं के साथ मिलकर वहां भी खनन का काम कर रहा है।सूत्रों से जानकारी मिली है कि ये खनन माफिया आलहनपुर और सौंधेबांस के खनन पट्टों से यूपी के एक नामचीन स्टोन क्रेशर के नाम पर रवन्ने काटकर हरियाणा के यमुना स्टोन क्रेशर सहित हरियाणा के अन्य स्टोन क्रेशरों को सप्लाई करता है।
इतना ही नहीं बताया तो यह भी जा रहा है कि इस खनन माफिया की दो स्टोन क्रेशर में पार्टनरशिप भी है।हरियाणा के ही मंडौली गांव का रहने वाला एक व्यक्ति इसका दाहिना हाथ है जो आरोपी खनन माफिया का हरियाणा के खनन कारोबार को संभालता है।
इस माफिया के खिलाफ अवैध खनन को लेकर सहारनपुर में कई मुकदमे दर्ज हैं। जिला खान अधिकारी आशीष कुमार का कहना है कि हरियाणा राज्य की सीमा शाहजहांपुर और उत्तराखंड राज्य की सीमा बिहारीगढ़ में अत्याधुनिक चेक गेट लगवााए जा रहे हैं यह दोनों गेट 15 जून से काम करना शुरू कर देंगे। इसके बाद दोनों रास्ते से आने वाले खनन भरे सभी वाहनों का चेकगेट में हिसाब किताब रहेगा।