जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पैसे की खनक ने नगर निगम के अधिकारियों की आंखों पर ऐसी पट्टी बांधी कि उन्होंने कभी महानगर में लगे अवैध यूनिपोल और होर्डिंग्स पर नजर नहीं डाली। ठेकेदार ने नगर निगम के अधिकारियों से सेटिंग करके मात्र दो फुट जमीन में गाढ़कर अवैध यूनिपोल व होर्डिंग्स पूरे महानगर में लगा दिए। नतीजातन बुधवार की रात आए चंद मिनटों के तूफान अवैध यूनिपोल और अवैध होर्डिंग्स पेड़ से पत्तों की तरह उखड़कर जा गिरे। इनकी चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए। नगर निगम के अधिकारियों ने इसे दैव्य आपदा मानकर ठेकेदार को केवल चेतावनी जारी करके उसकी हौसला अफजाई कर दी।
नगर निगम ने अभिनव एंटरप्राइजेज को महानगर में विज्ञापन पट लगाने के लिए ठेका दिया हुआ है। इसका मालिक ज्ञानेन्द्र चौधरी है। ठेके की आड़ में ठेकेदार होर्डिंग्स व यूनिपोल के ठेकेदार ने नगर निगम के अधिकारियों से सेटिंग करके प्रमुख चौराहों, तिराहों, बाजारों और मेन रोड पर अवैध यूनिपोल व होर्डिग्स की बाढ़ लगा डाली। मात्र दो फुट जमीन में पिलर बनाकर होर्डिंग्स और भारी भरकम यूनिपोल लगा दिए गए। सेटिंग के चलते नगर निगम के अधिकारियों ने सड़कों पर चलने फिरने वाली जनता की जान को जोखिम में डाल दिया। ऐसे नहीं कि अधिकारियों को किसी ने चेताया नहीं। नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों ने नगर निगम के अधिकारियों पर होर्डिंग्स और यूनिपोल के ठेकेदार की सेंटिंग को उजागर करते हुए हंगामा किया था। पार्षदों ने नगर निगम के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप जड़े थे। भाजपा पार्षद अनुज वशिष्ठ ने ठेके के शर्तो की धज्जियां उड़ाने के सुबूत पेश करते हुए कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद नगर निगम ने अवैध होर्डिंग्स व यूनिपोल के खिलाफ अभियान चलाकर करीब एक दर्जन अवैध होर्डिंग्स व यूनिपोल को काटकर जब्त कर अभियान की इतिश्री कर डाली।
बुधवार की रात आए तूफान ने नगर निगम के अधिकारियों और होर्डिंग्स व यूनिपोल की लापरवाही को उजागर कर दिया। तूफान में अवैध यूनिपेल और होर्डिंग्स पेड़ से पत्ते टूटने की तरह उखड़कर गिरे। करीब 40 अवैध यूनिपोल व होर्डिग्स तूफान में गिरे। एक यूनिपोल के नीचे दबाकर एक व्यक्ति की मौत हुई, जबकि कई स्थानों पर अवैध यूनिपोल व होर्डिंग्स की चपेट में आकर अनेक लोग घायल हुए। कई कारें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। अनेक स्थानों पर लोग बाल बाल बचे। खास बात है कि ठेकेदार की अनियमितता उजागर होने के बाद भी नगर निगम के अधिकारियों ने उसके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए उसे चेतावनी देकर पल्ला झाड़ लिया।
मानक के अनुसार लगाने की हिदायत दी
नगरायुक्त सौरभ गंगवार का कहना है कि उन्होंने होर्डिंग्स व यूनिपोल के ठेकेदार को चेतावनी दी कि एक सप्ताह में मानक के अनुसार होर्डिग्स व यूनिपोल न लगाने पर उसका ठेका निरस्त कर दिया जाएगा। यदि ठेकेदार मानकों का पालन नहीं करेगा, तो ठेका निरस्त किया जाएगा।
20 टीमों ने 48 घंटे में रास्ते से हटाए 230 पेड़
जनवाणी संवददाता
मेरठ: बुधवार की रात आए तूफान में महानगर में टूटे पेड़ों में नगर निगम ने 48 घंटे में लगभग 230 पेड़ों को रास्तों से हटवा दिया। रास्त साफ होने से लोगों को राहत मिली। तूफान में महानगर में भारी तबाही मचाई थी। यहां दर्जनों यूनिपोल, होर्डिंग्स, टीन शेड और सैकड़ों पेड़ गिर गए थे, जिससे जगह-जगह रास्ता जाम हो रहा था। ऐसे मे वहां से गुजरने वाले खासे परेशान थे। नगर निगम ने अपनी दो पेड़ कटिंग मशीनों से लेस टीम के साथ-साथ 18 प्राइवेट पेड़ काटने वाली टीमों को पेड़ों को काटतकर सड़कों से हटाने में लगाया गया। उक्त टीमें शुक्रवार की देर शाम तक टूटे हुए पेड़ों को काटकर रास्ते से हटाने में जुटी रहीं। रास्तों से पेड़ हटने से लोगों को राहत मिली।
गंगाजल सप्लाई चालू कराने को रातभर जागे अधिकारी
तूफान से बिजली के खंभे, तारों को टूटकर गिरने से भोला की झाल से महनगर में होने वाली गंगाजल की सप्लाई भी ठप हो गई थी। इससे भूमिगत जलाशय सूख गए थे। इससे पानी के लेकरमहानगर में हाहाकार मच रहा था। गुरुवार की रात नगरायुक्त सौरभ गंगवार महापौर हरिकांत अहलुवालिया के साथ भोला की झाल पहुंचे। वह रात डेढ Þबजे तक वहीं डटे रहे। पानी की सप्लाई चालू होने पर ही वह वहां से लौटे। उधर नगरायुक्त ने चार अधिकारियों की भूमिगत जलाशयें पर पानी की सप्लाई कराने के लिए ड्यूटी लगई थी। जलाशायों में गंगाजल पहुंचने और वहां से महानगर में पानी की सप्लाई शुरू होने तक अधिकारिय…