जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरीशस दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने पीएम नवीनचंद्र रामगुलाम संग प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। साथ ही भारत और मॉरीशस के बीच अहम समझौते भी किए गए। जिसमें दोनों देशों ने 8 सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान दोनों नेताओं का संयुक्त बयान जारी हुआ है।
चलिए जानते हैं क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘140 करोड़ भारतीयों की ओर से मैं मॉरीशस के सभी नागरिकों को राष्ट्रीय दिवस की शुभकामनाएं देता हूं। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस पर फिर से आने का अवसर मिला है। मैं इसके लिए प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम और मॉरीशस सरकार का आभार व्यक्त करता हूं।’
मॉरीशस का संबंध सिर्फ हिंद महासागर ही नहीं
उन्होंने कहा, ‘भारत और मॉरीशस का संबंध सिर्फ हिंद महासागर ही नहीं, बल्कि हमारी साझी सांस्कृतिक परंपराओं और मूल्यों से भी जुड़ा है। हम आर्थिक और सामाजिक प्रकृति की राह पर एक दूसरे के साथी हैं। प्राकृतिक आपदा हो या कोविड विपदा, हमने हमेशा एक दूसरे का साथ दिया है।’
आगे पीएम मोदी ने कहा कि, ‘मॉरीशस में गति के लिए मेट्रो एक्सप्रेस, न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट भवन, सुखद प्रवास के लिए सोशल हाउसिंग, अच्छे स्वास्थ्य के लिए ईएनटी अस्पताल, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए UPI और RUPAY कार्ड, सस्ती और बेहतर गुणवत्ता वाली दवाओं के लिए जन औषधि केंद्र, ऐसी अनेक जन केंद्रित पहल हैं, जिन्हें हमने समयबद्ध तरीके से पूरा किया है।’
‘बढ़ी हुई रणनीतिक साझेदारी’ का दर्जा देने का निर्णय
आगे पीएम मोदी कहते हैं कि, आज, प्रधानमंत्री नवीन चंद्र रामगुलाम और मैंने भारत-मॉरीशस साझेदारी को ‘बढ़ी हुई रणनीतिक साझेदारी’ का दर्जा देने का निर्णय लिया है। हमने निर्णय लिया है कि भारत मॉरीशस में नए संसद भवन के निर्माण में सहयोग करेगा। यह लोकतंत्र की जननी की ओर से मॉरीशस को एक भेंट होगी।’
क्या बोले पीएम रामगुलाम?
इस दौरान मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने हमारी स्वतंत्रता की 57वीं वर्षगांठ के राष्ट्रीय दिवस समारोह में अपनी उपस्थिति से हमें सम्मानित किया है। उनकी विशिष्ट उपस्थिति हमारे दोनों देशों के बीच अद्वितीय और विशेष संबंधों का प्रमाण है।’
इन आठ समझौतों ज्ञापनों पर भारत और मॉरीशस ने किए हस्ताक्षर