- फोर्स रही मुस्तैद, हंगामे की आशंका के चलते गांव में डेरा डाले रहे एसपी देहात
- खुलासे में लगीं पांच टीमें, नजदीकियों पर नजर
जनवाणी संवाददाता |
किठौर: मासूम लवी की निर्मम हत्या को लेकर परिजनों में गम भी है और पुलिस प्रशासन के प्रति गुस्सा भी। शनिवार शाम शव बरामदगी के बाद कपड़ों से बिटिया की मौखिक पहचान करने वाले परिजनों ने देर रात हंगामे के दौरान पुलिस रवैये से क्षुब्ध होकर रविवार को शिनाख्ती प्रार्थनापत्र देने से इंकार कर दिया।
प्रबुद्धजनों के समझाने और एसपी देहात द्वारा घटना के शीघ्र खुलासे के आश्वासन पर दोपहर को शिनाख्ती प्रार्थनापत्र देने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया। देरशाम फोर्स की मुस्तैदी में तनावपूर्ण शांति के बीच शव का अंतिम संस्कार हुआ।
नंगली अब्दुल्ला में 42 दिन पूर्व घर के बाहर से गायब हुई छह वर्षीय लवी पुत्री अर्जुन की शव बरामदगी और परिजनों द्वारा मौखिक शिनाख्त के गांव में रोष फैल गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में शव तो मोर्चरी भेज दिया, लेकिन उसके बाद पुलिस को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। देर रात लड़की के परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए हंगामा कर मेरठ-गढ़ रोड जाम का प्रयास किया।
मौके पर पहुंचे सीओ और एसपी देहात ने भीड़ को समझाकर मामला शांत किया। बाद में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने भी गांव पहुंच परिजनों से वार्ता की। बहरहाल पुलिस रवैये से क्षुब्ध परिजनों ने रविवार को दिन निकलते ही बच्ची का शिनाख्ती प्रार्थना पत्र देने से इंकार कर दिया। गणमान्य लोगों के समझाने और एसपी देहात कमलेश बहादुर द्वारा घटना के शीघ्र खुलासे के आश्वासन पर बच्ची के पिता ने शिनाख्ती प्रार्थनापत्र दिया। तब 22 घंटे बाद शव का पोस्टमार्टम हुआ।
एसपी देहात ने डाला डेरा
लापता बच्ची की निर्मम हत्या और पुलिस की कार्यप्रणाली के प्रति परिजनों व ग्रामीणों का आक्रोश देख अंतिम संस्कार के वक्त हंगामे की आशंका के चलते एसपी देहात सीओ और पुलिस, पीएसी बल के साथ गांव में दिनभर डेरा डाले रहे। महिला सिपाही भी तैनात रहीं।
खुलासे में लगीं पांच टीमें
एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि शव स्थिति से अपहरण के तुरंत बाद हत्या किया जाना लग रही है। हत्या क्यों और किसने की इसके लिए पुलिस कई बिंदुओं पर काम कर रही है। खुलासे के लिए तीन पुलिस टीमें, क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम को लगाया गया है। हालांकि फोरेंसिक और डाग स्क्वाड भी अपना काम कर रही हैं।
घर की गली में हत्या का राज
पुलिस टीमों की गतिविधियों और आसपास के लोगों की कानाफूसी से ये लग रहा है कि लवी की हत्या का राज उसके घर वाली गली में ही छुपा है। एसपी देहात ने खुद इस गली में दो-तीन बार कदमताल कर महिला-पुरुषों से बात की। एक मकान में ताला लगा देख उसके मालिक के बारे में पूछा। ग्रामीणों ने उसे मजदूरी पर जाना बताया। किसी बात की पदार्पोशी के लिए हत्या में किसी नजदीकी की संलिप्तता से भी इंकार नही किया जा सकता। शनिवार रात डाग स्क्वाड का घटनास्थल से सीधे घर की गली में जाना बताया गया।
क्राइम सीन कर रहीं टीमें
खुलासे में लगी तमाम टीमों ने रविवार को कई बार घटनास्थल का सूक्ष्म निरीक्षण व क्राइम सीन किया।
हत्यारे ने खुले में रखा शव
लवी के बोरे में बंद शव पर जिस तरह कपड़े मंकी कैप, मौजे पहने हुए थे उसे देख यही माना जा रहा है कि हत्यारे ने निर्ममता से हत्या कर शव को कहीं खुले में छुपाकर रखा। जिससे शव में जल्दी दुर्गंध न हो। फिर हल्की दुर्गंध होते ही पकड़े जाने के भय से शुक्रवार देर रात या शनिवार तड़के इसे जंगल के रास्ते गांव के बाहरी छोर पर फेंक गया।
बेटी की हत्या से मां बेखबर
लाडली बेटी लवी की हत्या से उसकी मां पूजा बेखबर है। लवी के गायब होने के बाद गमजदा पूजा को उसके मायके वाले अपने घर ले गए थे। तब से पूजा वहीं रह रही है। हालांकि लवी की दादी ने अंतिम संस्कार में उसे बुलाने की बात कही है।
पुलिस ने हिरासत में लिया
शव गांव पहुंचने से कुछ देर पहले ही पुलिस ने लवी के पड़ोसी को हिरासत में लिया। हालांकि पुलिस की ये कार्रवाई अंतिम संस्कार में हंगामा रोकने के लिए मानी जा रही है। चर्चा ये भी है कि पुलिस हत्यारोपी के निकट पहुंच चुकी है। अंतिम संस्कार के तुरंत बाद गिरफ्तारी भी हो सकती है।