जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को ईरान को कड़ी चेतावनी दी है। ट्रंप ने कहा कि यदि ईरान ने कोई दुस्साहस किया, तो उसके परिणाम ऐसे होंगे, “जो उसने न तो पहले कभी देखे हैं और न ही कभी सोचे होंगे।” ट्रंप की यह सख्त टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब इस्राइल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है।
इस्राइल ने ईरान के रक्षा मंत्रालय को बनाया निशाना
शनिवार को इस्राइल ने ईरान की राजधानी तेहरान में स्थित रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय को निशाना बनाते हुए हमला किया। इसके अलावा, ईरान के बुशहर प्रांत में साउथ पारस गैस फील्ड से जुड़ी एक प्राकृतिक गैस प्रसंस्करण इकाई को भी निशाना बनाया गया। इन हमलों ने क्षेत्र में सैन्य तनाव और भड़काया है।
अमेरिका की भूमिका से इनकार
ट्रंप ने स्पष्ट किया कि इन हमलों में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी। हालांकि, उन्होंने यह दावा जरूर किया कि अमेरिका चाहे तो ईरान और इस्राइल के बीच चल रहे तनाव को आसानी से खत्म कर सकता है और दोनों देशों के बीच समझौता भी करवा सकता है।
परमाणु वार्ता रद्द
इन घटनाक्रमों के बीच, ईरान ने अमेरिका के साथ चल रही परमाणु वार्ता के छठे दौर को रद्द कर दिया है। यह वार्ता वाशिंगटन डीसी और तेहरान के बीच चल रही थी, जिसका उद्देश्य 2015 के परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करना था।
बढ़ता तनाव, चिंता का विषय
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अमेरिका, ईरान और इस्राइल के बीच कूटनीतिक समाधान नहीं निकाला गया, तो यह संघर्ष पूरे पश्चिम एशिया में अस्थिरता ला सकता है। अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें इस पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में अमेरिका क्या कदम उठाएगा।